पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर अब ईडी का शिकंजा, मनी लॉन्ड्रिंग केस में सात दिन की हिरासत
उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति लगातार मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं. आय से अधिक संपत्ति के मामले में ईडी लगातार अपना शिकंजा कसती जा रही है. इस बीच पूछताछ के लिये प्रजापति को सात दिन की हिरासत में भेजा गया है.
लखनऊ: लखनऊ की एक अदालत ने मनीलॉन्ड्रिंग के एक मामले में निरुद्ध पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को सात दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया है.
गायत्री की हिरासत 11 फरवरी की सुबह 10 बजे से शुरु होगी. जिला न्यायाधीश (तृतीय) दिनेश कुमार शर्मा ने यह आदेश ईडी की अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है. बुधवार को ईडी के विशेष वकील कुलदीप श्रीवास्तव ने अर्जी पर बहस की. उनका कहना था कि बतौर खनन मंत्री गायत्री ने अपनी आय से अधिक संपति अर्जित की है.
जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं प्रजापति
ईडी की प्रारम्भिक पूछताछ में गायत्री की दो करोड़ 98 लाख रुपए से अधिक संपति का पता चला है. ईडी के अनुसार लेकिन गायत्री जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, जबकि गायत्री के बहुत सारे फर्म हैं, जिसमें कई करोड़ रुपए निवेश किए गए हैं. इनका लड़का अनिल प्रजापति इन कम्पनियों का निदेशक है. इनकी कई संपत्तियां अमेठी, लोनावला व गोवा में होने की जानकारी मिली है. इस संदर्भ में गायत्री से पूछताछ आवश्यक है.
आय से अधिक संपत्ति का मामला किया गया था दर्ज
ईडी ने अदालत से कहा कि लिहाजा 10 दिन के लिए गायत्री की पुलिस हिरासत मंजूर की जाए. 26 अक्टूबर, 2020 को विजिलेंस ने गायत्री के खिलाफ आय से अधिक संपति का मामला दर्ज किया था. 14 जनवरी, 2021 को इसी आधार पर ईडी ने भी जांच शुरु की. सोमवार को गायत्री को इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. गायत्री बलात्कार के एक मामले में पहले से ही जेल में है.
ये भी पढ़ें.
कोर्ट के आदेश के बाद बेरोजगार युवक की कैंसर पीड़ित मां को मिला इलाज, पढ़ें ये मामला