लखनऊ कोर्ट ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को घोषित किया भगोड़ा, शिकंजा कसने की तैयारी में है पुलिस
लखनऊ कोर्ट से भगोड़ा घोषित होने के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. धनंजय सिंह के खिलाफ 40 से अधिक गंभीर धाराओं के मुकदमे दर्ज हैं.
Ex MP Dhananjay Singh Declared Fugitive: पूर्व सांसद और अजीत सिंह हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी धनंजय सिंह को लखनऊ कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया है. धनंजय पर अजीत सिंह हत्याकांड के मामले में लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. तमाम कोशिशों के बाद भी धनंजय सिंह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा है. अब भगोड़ा घोषित होने के बाद पुलिस ने एक बार फिर से पूर्व सांसद पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर का कहना है कि जल्द धनंजय को हाजिर होने के लिए कुर्की की तैयारी का नोटिस भेजा जाएगा. अगर इसके बाद भी वो हाजिर नहीं होता है तो उसकी संपत्ति कुर्क कराई जाएगी.
पुलिस के हाथ नहीं आया धनंजय
बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह कई महीनों से लखनऊ पुलिस को छका रहा है. दरअसल, 6 जनवरी को विभूतिखंड में मऊ के हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की सनसनीखेज हत्या में उसका नाम आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की थी. पुलिस ने जांच के बाद एफआईआर में पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम जोड़कर उसे पूछताछ के लिए नोटिस भेजे. धनंजय पुलिस के नोटिस को लगातार नजरअंदाज करता रहा और बयान दर्ज कराने नहीं आया. पुलिस ने कोर्ट से धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया और दिल्ली, जौनपुर समेत कई ठिकानों में उसकी तलाश में दबिश दी. धनंजय नहीं मिला तो उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. इनाम घोषित होने के बाद धनंजय पर पुलिस या कोर्ट के सामने हाजिर होने का दबाव बढ़ गया.
जमानत पर रिहा होकर जौनपुर चला गया
6 मार्च 2021 को धनंजय ने एक पुराने मामले में प्रयागराज की एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया. धनंजय को नैनी जेल में रखा गया. हालांकि, 20 दिन बाद ही वो गुपचुप तरीके से जमानत पर रिहा होकर जौनपुर चला गया. इस बीच धनंजय के वकील ने उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर खारिज करने के लिए कोर्ट में एक याचिका दाखिल की. याचिका की सुनवाई के बाद कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया और धनंजय सिंह को आत्मसमर्पण करने के लिए 2 सप्ताह का वक्त दिया.
संपत्ति की कुर्की की जाएगी
धनंजय ने सरेंडर नहीं किया और कोर्ट में अपने पक्ष में तमाम दलीलें पेश की. जौनपुर में रहते हुए धनंजय ने अपनी पत्नी श्रीकला को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जितवाया और बाद में उसे जिला पंचायत अध्यक्ष भी बनवाया. वहीं, पुलिस ने कोर्ट में लगातार पैरवी करते हुए पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित कराने में सफलता हासिल कर ली. पुलिस आयुक्त का कहना है कि धनंजय के जौनपुर स्थित आवास एवं अन्य स्थानों पर कुर्की की तैयारी का नोटिस चस्पा कराया जाएगा. इसके बाद भी वो हाजिर नहीं होगा तो उसकी तमाम चल-अचल संपत्ति की कुर्की की जाएगी.
पूर्व सांसद के खिलाफ दर्ज हैं 40 से ज्यादा केस
पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ 40 से अधिक गंभीर धाराओं के मुकदमे दर्ज हैं. ये मुकदमे यूपी के विभिन्न शहरों के अलावा दिल्ली में दर्ज हैं. 10 से ज्यादा मामलों में कोर्ट उसे दोष मुक्त कर चुकी है.
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