लखनऊ: भ्रष्टाचार के आरोपी प्रयागराज के पूर्व एसएसपी आईपीएस अभिषेक दीक्षित को विजिलेंस जांच में दोषी पाया गया है. विजिलेंस ने अपनी जांच में आईपीएस अफसर अभिषेक को विभागीय अनिमितता बरतने का दोषी पाया है. पूर्व एसएसपी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की सिफारिश करते हुए विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है.


लगे थे ये आरोप


प्रयागराज के एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी अभिषेक दीक्षित थानों में तैनाती के लिए लेनदेन करते थे. उन्होंने प्रशासनिक आधार पर ट्रांसफर किये गए, अपने स्टेनो को बैकडेट में छुट्टी देकर बचाने की कोशिश की. वह अधिकारियों के निर्देशों का पालन नहीं करते थे. पूर्व एसएसपी पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप था.


मुख्यमंत्री ने किया था सस्पेंड


ऐसी तमाम शिकायतों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 9 सितम्बर को उन्हें सस्पेंड कर दिया था. इसके साथ ही विजिलेंस को उनकी जांच करने का आदेश भी दिया था. विजिलेंस ने अपनी जांच में पूर्व एसएसपी को अधिकारियों के निर्देशों का सही तरीके से पालन न करने, जांचों के निस्तारण में मनमानी और लापरवाही बरतने और स्टेनो को ट्रांसफर रुकवाने के लिए पूरा मौका देने के मामले में दोषी पाया है. हालांकि थानों में पोस्टिंग के लिए लेनदेन के आरोपों के संबंध में विजिलेंस को साक्ष्य नहीं मिल सके.


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