Cm Yogi Adityanath Exclusive: उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आरंभ हो रहा है. इससे पहले राज्य सरकार ने देश दुनिया के कई लोगों को न्योता दिया. हालांकि सरकार द्वारा न्योता देने का यह निर्णय समाजवादी चीफ अखिलेश यादव को पसंद नहीं आया था और उन्होंने इस पर सवाल उठाए थे. अखिलेश ने कहा था कि कुंभ में लोग खुद आते हैं. अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने एबीपी न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम सनातन संवाद में सपा चीफ के सवाल पर प्रतिक्रिया दी है.
महाकुंभ में निमंत्रण देने के विपक्ष के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि जिन लोगों ने हिन्दू आस्था पर प्रहार करना अपने जीवन का उद्देश्य मान लिया हो, उनकी बात पर हम कोई खंडन, मंडन करें तो हम अनावश्यक रूप से ऐसे लोगों को महत्व देने का काम कर रहे हैं. आज इनके सामने वजूद का संकट आ चुका है.
निमंत्रण पर उठ रहे सवालों को लेकर सीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने कुंभ को गंदगी और भगदड़ का पर्याय बना दिया था. सीएम ने कहा कि यूपी वालों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया गया था. सीएम ने कहा आजम खान जैसे आदमी को कुंभ की जिम्मेदारी दी गई थी. उन्होंने कहा कि जिसमें श्रद्धा नहीं वह व्यवस्था नहीं कर सकता है. 12 बजे सोकर उठने वालों के पास यहां आने की फुर्सत नहीं थी. तत्कालीन सीएम (अखिलेश यादव) ने 2013 के कुंभ का दौरा तक नहीं किया था.
महाकुंभ के जरिए प्रयागराज के विकास का प्लान- सीएम योगी
इसके अलावा सीएम ने कहा कि इस पावन पर्व से जुड़ने के लिए देश दुनिया से लोग आएंगे. क्राउड मैनेजमेंट के लिए हमें काम करना होगा. आजादी के बाद हर कुंभ में क्राउड मैनेजमेंट का सवाल होता था. गुलामी के दौर में कुंभ से अंग्रेज और मुगल वसूली करते थे. आजादी के बाद भी कुछ बहुत खास नहीं हुआ. अब पीएम नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से प्रयागराज में विकास के कार्य हो रहे है और महाकुंभ के लिए संगम नगरी तैयार हो रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ के जरिए प्रयागराज के विकास का प्लान है. हम कुल 7.5 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं. 200 से अधिक मार्गों को फोरलेन बनाया गया है. सीएम ने कहा कि 10 हजार एकड़ में महाकुंभ का आयोदन हो रहा है. 5 किलोमीटर की दूरी में पार्किंग की सुविधा है. श्रद्धालुओं के लिए रेल और बसों की व्यवस्था है. 1.5 लाख से अधिक टेंट लगाए गए हैं. 1.5 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं. 70 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट्स लगाई गईं हैं.