लखनऊ, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तीन साल जल्द पूरे होनेवाले हैं। इस वर्ष 2020 में अपना पहला साक्षात्कार एबीपी गंगा को देते हुये उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। यही नहीं एबीपी गंगा से बात करते हुये उन्होंने कहा कि सीएए का विरोध एक सियासी साजिश का नतीजा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी प्रेरणा और मार्गदर्शक बताया। उन्होंने कहा कि पीएम ने ''सबका साथ सबका विकास'' के नारे को धरातल पर उतारा है। ये बातें उन्होंने लखनऊ से गोरखपुर की यात्रा के दौरान हमारे ब्यूरो चीफ वीरेश पांडे से कहीं।



गंगा यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि यह हमारा प्रयास है कि मां गंगा के प्रति अपनी कृतज्ञता दिखाने का। उन्होंने कहा कि नमामि गंगा परियोजना के जरिये गंगा की निर्मलता, अविरलता के लिये प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो प्रयास किया वह अभिनव भागीरथ के रुप में है। दिल्ली चुनाव को लेकर सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को जीरो सीटें मिलेंगी वहीं आम आदमी पार्टी भी जीरो पर ही रहेगी।


संशोधित नागरिकता कानून पर हो रहे विरोध पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये विशुद्ध रूप से राजनीतिक विरोध है। आंदोलन की आड़ में हिंसा फैलाने की कोशश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सपा, कांग्रेस, बसपा और वामपंथी दलों का हाथ है।
सीएए पर मायावती, प्रियंका गांधी व अखिलेश यादव द्वारा बहस की चुनौती पर उन्होंने कहा कि वे पांच प्वाइंट्स बनाकर दे दें कि उन्हें इस कानून से क्या आपत्तियां हैं। हम इनकी बहस के लिये अपना कार्यकर्ता नियुक्त कर देंगे। योगी यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि समस्या ये है कि इनके पास कुछ है ही नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जितने भी शर्णार्थी हैं उनमें 75 फीसदी दलित हैं। इसका मतलब ये रहा कि सपा,बसपा व कांग्रेस दलित विरोध हैं।