लखनऊ, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के साथ ही लोकतंत्र के महापर्व का समापन हो गया। 23 मई को नतीजे घोषित होंगे लेकिन उससे पहले रविवार को मतदान खत्म होने के बाद पूरे देश का एग्जिट पोल क्या कहता है ये हम आपको बता रहे हैं। एपीपी गंगा के इस एग्जिट पोल से आप नतीजों से पहले ही देश का मूड और सियासी हवा का रुख भांप सकते हैं।
एबीपी गंगा–नीलसन के सर्वे के मुताबिक गठबंधन को हिस्से 45 सीटें आ रही हैं। इनमें बहुजन समाज पार्टी द्वारा 24 सीट सीटें जीतने का अनुमान है। वहीं सपा 19 सीटें जीत रही है, रालोद की झोली में दो सीटें आ रही हैं। जातिकरण समीकरणों के चलते यहां बीजंपी को भारी नुकसान होता दिख रहा है और उसे 33 सीटें मिल रही हैं। कांग्रेस की बात की जाए तो कहीं भी यह मुकाबले में नजर नहीं आ रही है, हमारे सर्वे के मुताबिक 2 सीटें कांग्रेस के हिस्से आएंगी।
उत्तराखंड का नफा-नुकसान
एबीपी गंगा–नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक उत्तराखंड की पाच सीटों में से बीजेपी चार सीटों पर कब्जा कर सकती है। 2014 के मुकाबले बीजेपी को यहां एक सीट का नुकसान हो सकता है और वह 4 सीटें जीत सकती है। कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है। 2014 में कांग्रेस के काते में एक भी सीट नहीं आई थी।
महाराष्ट्र में यूपीए को फायदा
एबीपी गंगा–नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक महाराष्ट्र की 48 सीटों में से बीजेपी-शिवसेना को 34 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस-एनसीपी 14 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। एग्जिट पोल से पता चल रहा है कि राज्य में एनडीए को साल 2014 के मुकाबले 8 सीटों का नुकसान हो रहा है लेकिन यह नुकसान ज्यादा नहीं है। कांग्रेस राज्य में बेहतर प्रदर्शन करती हुई दिखाई दे रही है। कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए को 8 सीटों का फायदा हो रहा है।
गुजरात में बीजेपी को मामूली नुकसान
गुजरात में बीजेपी को मामूली नुकसान हो रहा है। नतीजों की घोषणा से चार दिन पहले एबीपी गंगा-नीलसन गुजरात की 26 सीटों का एग्जिट पोल लेकर आया है। एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को गुजरात में मामूली नुकसान हो रहा है और वह 24 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है। 2014 के मुकाबले बीजेपी को यहां दो सीटों का नुकसान हो रहा है, क्योंकि वह 26 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही थी।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस को फायदा
एबीपी गंगा-नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 24 सीटें मिल सकती हैं। यहां कांग्रेस की झोली में 05 सीटें जा सकती हैं। वहीं, अन्य के खाते में 00 सीटें जाने का अनुमान है। आंकड़ों से साफ पता चल रहा है कि राज्य में बीजेपी को साल 2014 के मुकाबले इस बार सीटों का नुकसान हो रहा है। इस बार यहां बीजेपी को 3 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस को 3 सीटों का फायदा हो रहा है। सीटों की संख्या के हिसाब से मध्य प्रदेश, देश का 7वां सबसे बड़ा राज्य है यहां लोकसभा की कुल 29 सीटें हैं।
बिहार में गठबंधन साफ
एबीपी गंगा-नीलसन एग्जिट पोल में बिहार में बीजेपी को 17 और जेडीयू को 11 सीटें मिल सकती हैं जबकि एलजेपी के खाते में छह सीटें जाने का अनुमान है। यानी बिहार में एनडीए 40 में से 34 सीटों पर जीत दर्ज करती दिखाई दे रही है। वहीं, महागठबंधन महज छह सीटों पर सिमट रहा है। महागठबंधन में आरजेडी को तीन, कांग्रेस को दो और आरएलएसपी को एक सीट मिल सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 31 सीटें जीती थीं, ऐसे में नीतीश कुमार की वापसी से तीन सीटों का फायदा हो रहा है। बता दें कि इस बार जेडीयू और बीजेपी 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं एलजेपी छह सीटों पर लड़ रही है। एक्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी और एलजेपी अपने खाते की सभी सीटें जीत रही है लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी 17 सीटों पर लड़कर 11 सीटें ही जीतती दिख रही है।
महागठबंधन का सूपड़ा साफ नजर आ रहा है। 20 सीटों पर लड़ने वाली आरजेडी महज तीन सीटें जीतती दिखाई पड़ रही है। वहीं, कांग्रेस अपने खाते की नौ सीटों में से दो पर ही जीत रही है। इसके अलावा आरएलएसपी के खाते में एक सीट जा रही है। महागठबंधन में आरएलएसपी को सीट बंटवारे के तहत पांच सीटें दी गई थीं। जीतन राम मांझी की पार्टी हम और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी का खाता भी नहीं खुल रहा है।
दिलचस्प है पश्चिम बंगाल की लड़ाई
एबीपी गंगा-नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों पर ममता बनर्जी का जादू कायम है। एक बार फिर टीएमसी बेहतर प्रदर्शन करती नजर आ रही है। हालांकि पिछली बार के मुकाबले बीजेपी उसको कड़ी टक्कर देती हुई दिखाई दे रही है। एग्जिट पोल के मुताबिक यहां टीएमसी को 24 सीटें, बीजेपी को 16 और कांग्रेस को 02 सीटें मिल सकती हैं। लेफ्ट के हाथ खाली रहने की उम्मीद है। एग्जिट पोल से पता चल रहा है कि राज्य में टीएमसी को साल 2014 के मुकाबले 10 सीटों का नुकसान हो रहा है। बीजेपी को 14 सीटों का फायदा हो रहा है, जबकि कांग्रेस को सीटों का नुकसान होता नजर आ रहा है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें है। इस लिहाज से सत्ता की कुर्सी पर पहुंचने के लिए यह राज्य काफी महत्वपूर्ण है।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी को नुकसान
एबीपी गंगा-नीलसन एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से 6 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस की झोली में 5 सीटें जा सकती हैं। अन्य के खाते में 00 सीटें जाने का अनुमान है। आंकड़ों से साफ पता चल रहा है कि राज्य में बीजेपी को साल 2014 के मुकाबले बड़ा नुकसान हो रहा है। बीजेपी को 4 सीटों का नुकसान हो रहा है, जबकि कांग्रेस को 4 सीटों का फायदा हो रहा है।
आंध्र प्रदेश में टीडीपी को बड़ा नुकसान
दक्षिण के राज्य आंध्र प्रदेश में सत्तासीन तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। एबीपी गंगा-नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक राज्य में टीडीपी को 5 और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी को 20 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस और बीजेपी यहां खाता भी नहीं खोलती नजर नहीं आ रही हैं। बता दें कि प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटें हैं। यहां ये जानना जरूरी है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में टीडीपी और बीजेपी का प्रदेश में गठबंधन था। गठबंधन में मोदी लहर का फायदा टीडीपी को मिला और पार्टी पिछली बार 15 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। उस वक्त यहां बीजेपी को 2 सीट और वाईएसआर कांग्रेस को 8 सीटें मिली थीं। कांग्रेस यहां 2014 में एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी।
पंजाब में कांग्रेस की बल्ले-बल्ले
एबीपी गंगा-नीलसन के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को पंजाब में 8 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं बीजेपी-आप के खाते में दो-दो और अकाली दल के हिस्से एक सीट आ सकती है। 2014 के मुकाबले कांग्रेस को पंजाब में 5 सीटों का फायदा हो रहा है। वहीं एनडीए को 3 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है। यहां आम आदमी पार्टी को भी दो सीटों का नुकसान झेलना पड़ना सकता है।
हरियाणा में बीजेपी का बेहतर प्रदर्शन
एबीपी गंगा-नीलसन के मुताबिक हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में बीजेपी को 07 सीटें मिल सकती हैं। जबकि, यहां कांग्रेस की झोली में 03 सीटें जा सकती हैं। आंकड़ों के मुताबिक यहां बीजेपी एक बार फिर अपना प्रदर्शन दोहराने में कामयाब होती दिख रही है। बीजेपी को 2014 के मुकाबले हरियाणा में एक भी सीट का नुकसान नहीं हो रहा है, जबकि कांग्रेस को दो सीटों का फायदा हो सकता है।
तेलंगाना में टीआरएस आगे
2019 के लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद चन्द्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को भारी फायदा मिलता हुआ दिख रहा है। एबीपी गंगा-नीलसन के एग्जिट पोल में इस बात के साफ संकेत मिल रहे हैं। अनुमान के मुताबिक टीआरएस राज्य की 17 सीटों में 15 पर कब्जा जमा सकती है। वहीं ओवैसी की पार्टी एमआईएम को एक और कांग्रेस को एक सीट मिल सकती है।
खत्म हो सकता है AIADMK का जादू
तमिलनाडु में इस बार लोकसभा चुनाव परिणाम में AIADMK का जादू खत्म हो सकता है और DMK की जबर्दस्त वापसी हो सकती है। एबीपी गंगा-नीलसन के एग्जिट पोल में इस बात के संकेत मिल रहे हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में 37 सीटें जीतने वाली एआईएडीएमके का इस बार बीजेपी से गठबंधन है, एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक 39 सीटों वाले तमिलनाडु में एआईएडीएके को 6, बीजेपी को एक, सीपीआई को एक, सीपीएम को 2, डीएमके को 13, कांग्रेस 7, एमडीएमके को एक, पीएमके को 2, वीकेसी को 1 और अन्य को तीन सीट मिल मिलने का अनुमान है। बता दें कि डीएमके का राज्य में कांग्रेस से गठबंधन है।
सात चरणों में संपन्न हुए चुनाव
बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में हुआ। पहले चरण में 11 अप्रैल को 20 राज्यों की 91 सीटों, दूसरे चरण में 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीटों पर, तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115 सीटों, चौथे चरण 29 अप्रैल को 9 राज्यों की 71 सीटों, पांचवें चरण में 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीटों, छठे चरण में 12 मई को 7 राज्यों की 59 सीटों और सातवें व आखिरी चरण में 19 मई को 59 सीटों पर वोटिंग हुई।