देहरादून: केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली—देहरादून एक्सप्रेस वे के बनने से दोनों शहरों के बीच का सफर छह-सात घंटे से घटकर मात्र दो घंटे का रह जाएगा.


कुल 5000 करोड़ रुपये की लागत से बने मुजफ्फरनगर-हरिद्वार-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग के डिजिटल उद्घाटन के मौके पर गडकरी ने कहा, ‘‘आज मैं घोषणा करता हूं कि एक्सप्रेस वे बनने के बाद दिल्ली-देहरादून के बीच का फासला केवल दो घंटे में तय कर लिया जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस वे से दिल्ली-देहरादून की दूरी 250 किलोमीटर से घटकर 210 किलोमीटर रह जाएगी.


2024 से पहले पूरा कर लिया जाएगा काम


गडकरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से अनुरोध किया कि वह इस एक्सप्रेस वे के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री से समय ले लें. उन्होंने कहा कि यह मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे की तर्ज पर बनेगा और इसका निर्माण 26 जनवरी, 2024 से पहले पूरा कर लिया जाएगा.


उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद 26 जनवरी, 2024 से पहले दिल्ली से देहरादून दो घंटे में आकर बताऊंगा.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, यह केवल एक्सप्रेस वे ही नहीं बल्कि ‘इकोनोमिक कॉरीडोर’ भी होगा जिसे सहारनपुर से हरिद्वार तक की ‘कनेक्टिविटी’ भी दी जाएगी और दिल्ली-देहरादून की तरह ही दिल्ली से हरिद्वार भी दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा.


कुल लागत 13000 करोड़


उन्होंने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा और इसकी कुल लागत 13000 करोड़ रुपये होगी. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष एसएस संधू ने कहा कि पौंटा साहिब से पहाडों की रानी मसूरी के लिए एक नया मार्ग बनाया जाएगा जिससे देहरादून से गुजरने वाला यातायात कम हो जाएगा.


उन्होंने कहा कि पौंटा साहिब से देहरादून के बल्लूपुर तक के राजमार्ग को चार लेन का कर दिया जाएगा. संधू ने कहा कि उत्तराखंड के लिए 25000 करोड़ रुपये की योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है जिनमें कई नए राजमार्ग भी शामिल हैं.


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