आगरा, नितिन उपाध्याय: कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से आगरा की स्थिति काफी संवेदनशील हो चुकी है. यूपी में आगरा में कोरोना संक्रमण के मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं. शहर के कई प्रतिष्ठान और समूहों तक कोरोना दस्तक दे चुका है. यही वजह है कि 15वीं वाहिनी PAC में बड़े स्तर पर कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय किए जा रहे हैं. साल 1948 में आगरा में स्थापित PAC में नियमित सेनिटाइजेशन कराया जा रहा है. साथ ही, इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए कर्मचारियों को विटामिन सी की गोलियां दी जा रही हैं.



आगरा की इस बटालियन में प्रवेश द्वार पर थर्मल स्कैनिंग की जाती हैं. साथ ही, रजिस्टर पर हर आने-जाने वालों की एंट्री की जा रही है. थर्मल स्कैनिंग के दौरान अगर कोई व्यक्ति कोरोना संदिग्ध लगता है, तो उसे बटालियन परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.



कभी दस्यु उन्मूलन और अब ताजमहल की बाहरी सुरक्षा में PAC की इस बटालियन का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है. ऐसे में संक्रमण से बचाना और दूसरी तरफ कोरोना से जंग में फ्रंट लाइन ड्यूटी कर रहे सिपाहियों का मनोबल ऊंचा करने को लेकर PAC कमांडेंट के स्तर पर तमाम प्रयास लिए जा रहे हैं. इसको लेकर कमांडेंट सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि एक तरफ इन्हें इस बीमारी से बचाव के तौर पर मास्क और सेनिटाइजर दिया जा रहा है, तो वहीं रोजाना योग और प्राणायाम भी किया जा रहा है. साथ ही, हथियारों को भी रोजाना सेनेटाइज किया जाता है.



बटालियन में रोजाना करीब 100 से ज्यादा मास्क का इन-हाउस प्रोडक्शन हो रहा है. ये मास्क ड्यूटी पर तैनात सिपाहियों को दिए जा रहे हैं, ताकि इस बीमारी से बचाव में कोई कोताही ना हो सके. कुल मिलाकर  कोरोना से जीतने के लिए सुरक्षा ही बचाव है.


आगरा कोरोना अपडेट


आगरा में कोरोना संक्रमित 26 मरीज नेगेटिव होकर सोमवार को अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए है. जिले में



कोरोना के 807 के आंकड़े में 573 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं.


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