कौशांबी, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में बिचौलियों ने प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में खेल करना शुरू कर दिया है। नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों की तरफ से बनी सूची में 381 अपात्र लोगों का नाम शामिल किया गया है।
सूत्रों की मानें तो कर्मचारी मोटी रकम लेकर आलीशान महल वालों को योजना का लाभ दे रहे हैं। उधर डूडा की तरफ से आपात्रों की सूची जारी कर उनसे जवाब मांगा। साथ ही कर्मचारियों की मिलीभगत का खुलासा होने पर हड़कंप का माहौल है।
केंद्र व प्रदेश सरकार शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीब परिवार के लोगों को पक्की छत मुहैया कराती है। लेकिन जिम्मेदारों की मिली भगत के चलते गरीब पात्र लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पाता है। प्रत्येक जिले में पात्र गरीबों को आवास देने की जिम्मेदारी डूडा को सौंपी गई है।
कौशांबी जिले के परियोजना अधिकारी ने सभी नगर पंचायत व भरवारी नगर पालिका परिषद को डोर टू डोर सर्वे कराकर पात्रों की सूची भेजने का फरमान जारी किया। आवास के लाभार्थियों की सूची विभाग को भेजी गई। सूची तैयार करने में ही कर्मचारियों ने खेल किया।
सूत्रों की माने तो 20-25 हजार लेकर अपात्र लोगों का नाम सूची में शामिल कर लिया गया है। परियोजना अधिकारी सुधकांत मिश्रा ने सूची की जांच किया तो चौकाने वाले खुलासे हुए। सूची में 381 लोग अपात्र मिले। इनमे करारी नगर पंचायत में 143, मंझनपुर में 111, सिराथू में 66 व भरवारी नगर पालिका परिषद में 61 लोग अपात्र मिले।
इतनी भारी संख्या में सूची में अपात्र मिलने से हड़कंप मच गया। परियोजना अधिकारी ने आपात्रों की सूची नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद में चस्पा करवा दी और उनसे जवाब मांगा गया है। उधर सर्वे कर सूची तैयार करने वाली टीम में शामिल कर्मचारियों के खिलाफ जांच का आदेश दे दिए गए हैं।