Fake Army Officer in Uttarakhand: उत्तराखंड को देवभूमि के साथ-साथ सैन्य भूमि भी कहा जाता है. क्योंकि उत्तराखंड के हर परिवार से एक न एक सैनिक देश की सेवा में अपना योगदान दे रहा है. यहां के युवाओं की तमन्ना रहती है कि वे एक दिन देश सेवा में जाकर काम करें. लेकिन सैनिकों की इस भूमि पर आजकल सेना में भर्ती कराने का अपराध खूब पनप रहा है.
प्रदेश में ऐसा गिरोह अब सक्रिय है जो युवाओं को भर्ती कराने का लालच दे रहा है और उनसे मोटी रकम वसूल रहा है. ये शातिर ठग खुद को सेना का अफसर बताकर युवाओं को अपने झांसे में ले लेते हैं. पिछले 6 महीनों में ऐसे ही तीन फर्जी आर्मी अफसर प्रदेश में गिरफ्तार हो चुके हैं जो हज़ारों युवाओं को भर्ती कराने के एवज में लाखों रुपयों को ठग चुके हैं.
फर्जी अफसरों की गिरफ्तारी एसटीएफ और ने की है. कुछ समय पहले देहरादून के प्रेम नगर क्षेत्र में दो ऐसे मामले आये थे. जहां भर्ती करने के लिए कई युवाओं से पैसे भी लिए गए. साथ ही उनको फर्जी लेटर और ट्रेनिंग भी कराई गई. युवाओं को जब पता चला की उनके साथ धोखा हुआ है तो उन्होंने इसकी शिकायत की.
9 अक्टूबर को भी एक मामला सामने आया जहां एक फर्जी लेफ्टिनेंट बनकर युवाओं को अपने झांसे में ले रहा था. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
देहरादून में ही युवाओं को आर्मी की तैयारी करा रहे रि. कैप्टन टीएस नेगी बताते हैं कि कोई भी युवा ऐसे किसी के बहकावे में न आयें बल्कि मेहनत पर ध्यान दें. क्योंकि मेहनत के बलबूते ही आर्मी में वो भर्ती हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि युवा आर्मी में भर्ती कराने के झांसे में कभी भी न आये बल्कि ये समझ लें कि देश सेवा में अगर जाना है तो वहां आपकी मेहनत और आपका जज्बा ही आपको ले जा सकता है.
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