UP News: बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने में गुरुवार को हडकंप मच गया. युवक ने खुद को दिल्ली सीबीआई की साइबर सेल में तैनात इंस्पेक्टर बताया. फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे युवक ने थानेदार पर रौब झाड़ने की कोशिश की. उसने बताया कि देवरिया कांड की विशेष जांच के लिए दिल्ली से भेजा गया है. युवक ने थानेदार से जल्दी गाड़ी उपलब्ध कराने को कहा. उसने बताया कि जांच के लिए देवरिया जाना है. इसलिए जल्द से जल्द सरकारी गाड़ी उपलब्ध कराई जाए. युवक की बातों से थाने में मौजूद पुलिसकर्मी हैरान रह गए.
CBI अफसर बनकर थाने में झाड़ रहा था रौब
कुछ देर तक पुलिसकर्मी एक दूसरे का मुंह देखने लगे. जल्द ही आईडी मांगने पर फर्जी सीबीआई अफसर की पोल खुल गई. शक होने पर थानेदार ने सीबीआई अफसर से आईडी दिखाने को कहा. युवक आईडी दिखाने में आनाकानी करने लगा. थानेदार का शक और गहरा गया. युवक ने रौब झाड़ने के लिए कहा कि सीबीआई अफसर से कैसे आईडी मांग सकते हैं. थानेदार आईडी दिखाने की जिद पर अड़े रहे. दबाव बनता देख युवक ने थानेदार को बातों में उलझाने की कोशिश की. उसने एक बार फिर पुलिस पर दबाव बनाने के लिए एक विधायक को भी अपना रिश्तेदार बताया. सख्ती दिखाने पर थोड़ी देर में फर्जी सीबीआई अफसर की पोल खुल गई.
पहचान पत्र मांगने पर उजागर हुई असलियत
पुलिस ने फर्जी सीबीआई अफसर को हिरासत में ले लिया. जांच के दौरान उसके पास से आधार कार्ड की बरामदगी हुई. आधार कार्ड पर नाम चंद्रमणि वर्मा निवासी सराय थाना कोतवाली गांधीनगर जिला बस्ती के रूप में दर्ज था. पूछताछ में उसने बताया कि सीबीआई का रौब झाड़कर थाने से बस्ती शहर जाने के लिए सरकारी गाड़ी लेने की मंशा थी. थानाध्यक्ष रोहित उपाध्याय ने बताया कि युवक को शांतिभंग की आशंका में चालान कर एसडीएम हर्रैया कोर्ट भेज दिया गया. हरैया एसडीएम कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश सुनाया.
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