मेरठ. यूपी के मेरठ जिले में ई-रिक्शा वालों से अवैध वसूली कर रही फर्जी महिला पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस आरोपी महिला के एक साथी की तलाश कर रही है. आरोपी महिला का नाम प्रियंका त्रिपाठी है, जबकि उसके साथी का नाम अक्षय चौधरी है.


आरोप है कि दोनों थाना सिविल लाइन में साकेत चौपले से तेजगढ़ी तक ई-रिक्शा चलाने वालों से 3-3 हजार रुपये हर महीने की वसूली मांग रहे थे. ऐसा ना करने पर ये रिक्शावालों को जान से मारने की धमकी तक दे रहे थे.


कवरेज के लिए गए मीडियाकर्मी को पीटा
वहीं, खबर को कवरेज करने गए पत्रकार प्रशांत वर्मा के साथ महिला ने मारपीट भी की. प्रशांत ने बताया कि जब मैं उक्त घटना की कवरेज करते हुये फोटो खींचने लगा तो तथाकथित पत्रकार प्रिंयका त्रिपाठी ने मेरे साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी.


पुलिसकर्मियों से भी हुई नोक-झोंक
मामले की शिकायत मिलने के बाद सिविल लाइन पुलिस महिला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची. पुलिसकर्मियों को देखकर उल्टा प्रियंका उन पर भड़क गई और हंगामा करने लगी. मौके पर मौजूद कई ई-रिक्शा चालकों ने भी प्रियंका त्रिपाठी व अक्षय चौधरी द्वारा अवैध वसूली की शिकायत की.


पुलिस ने जब प्रियंका त्रिपाठी से पत्रकार होने के आईडी कार्ड मांगा तो वो बगले झांकने लगी. पुलिस ने प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब उसके साथी की तलाश कर रही है. पुलिस ने अक्षय की गिरफ्तारी के लिए टीमें भी बनाई हैं.


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