आगरा: यूपी के आगरा में अन्नदाता एक ऐसे कीड़े से परेशान हैं जिसने बाजरे की खेती को चौपट कर रखा है. अंग्रेज़ी में इसे फॉल आर्मी वर्म कहते हैं. अब लॉकडाउन में सब्जियों की बर्बादी और गेहूं, सरसों को बेहतर दाम नहीं मिलने से परेशान हो चुके किसानों के सामने नया संकट खड़ा हो गया है. बाजरा की फसल में फॉल आर्मी वर्म लग गया है, जो बालियों का रस चूस रहा है. साथ ही पत्तियों, तने को नुकसान पहुंचा रहा है. किसानों का दावा है कि उनकी आधी फसल बर्बाद हो गई है. कृषि विभाग की क्षेत्रीय टीम गांव-गांव किसानों को जागरुक कर अंदेशा होते ही दवा का छिड़काव कर फसल के बचाव की बात कह रही है.
जिले में करीब सवा लाख हेक्टेयर में बाजरा उत्पादन होता है. बुवाई 15 जुलाई से 15 अगस्त के मध्य हुई है. मानसून के देरी से आने के कारण अधिकतर किसानों को बुवाई में देरी ही हुई थी. बाजरा में बालियां आ गई हैं, जबकि कुछ खेतों में फूल एवं दाना बनने लगा है. बाजरा की बालियों को वर्म नष्ट कर रहा है. देसी भाषा में इसे गिडार या सूड़ियां कहते हैं. ये पत्तियों, तनों को भी नुकसान पहुंचाता है. भहाई गांव के किसान बड़े परेशान हैं. उनका कहना है कि बाजरा की फसल उनकी आधी रह गयी है. ये वर्म ने फसल बर्बाद कर रही है, जानवरों को बाजरा खिलाने पर उनको भी नुकसान पहुंच रहा है. पूरी बाजरे की बालियों को कीड़ा चट कर जा रहा है.
इस बार ज्यादा खेतों में इसकी समस्या है
वर्म हर वर्ष फसल को नुकसान पहुंचाता है, जिसकी रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव करना पड़ता है. इस बार ज्यादा खेतों में इसकी समस्या है, जिसका कारण खेतों में कम नमी होना है. किसानों का कहना है पहली बार ये कीड़ा फसलों में लगा है लेकिन कृषि विभाग से उन्हें कोई राहत नहीं है. यही वजह है कि कई जगह किसानों ने खड़ी फसलों को जुतवा दिया है. जिला कृषि अधिकारी डॉ. रामप्रवेश ने बताया कि ये वर्म बाजरा के साथ ही धान, ज्वार, गेहूं को भी नुकसान पहुंचाता है. नियंत्रण के लिए एनपीवी 250 एलई प्रति हेक्टेयर या क्लोरेंट्रामिलीप्रोल 18.5 फीसद की 0.4 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर फसल पर छिड़काव किया जाना चाहिए.
जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसी भी वर्म, रोग, खरपतवार की समस्या की पहचान, समाधान के लिए किसान प्रभावित पौध की फोटो वॉट्सएप कर सकते हैं. 9452247111, 9452257111 नंबर पर वॉट्सएप के 48 घंटे के अंदर रोग का उपचार बताया जाएगा. उनका कहना है कि ये कीड़ा हिंदुस्तान में 2018 में आया है और आगरा में पहली बार बाजरे में ये नुक़सान कर रहा है. कुल मिलाकर किसान की इस कीडे ने कमर तोड़कर रख दी है और सरकार की तरफ से भी फिलहाल कोई राहत नहीं मिल रही है.
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