UP News: हमीरपुर (Hamirpur) में गर्भवती की मौत पर परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. महिला को गंभीर हालत में मौदहा सीएचसी से रेफर किया गया था. गुरुवार की सुबह जिला महिला अस्पताल में इलाज के दौरान गर्भवती ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए बवाल कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. परिजनों ने सीएमओ से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है. मौदहा कस्बा निवासी मुहम्मद मुशर्रफ की 23 वर्षीय पत्नी शाहीन को बुधवार की शाम प्रसव पीड़ा उठी.


जिला अस्पताल में गर्भवती की मौत 


पति गर्भवती पत्नी को मौदहा सीएचसी लेकर आए. चेकअप के बाद शाहीन को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. पति ने रात करीब 9.30 बजे शाहीन को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया. देर रात पत्नी की हालत बिगड़ गई. सुबह 6.45 बजे शाहीन की मौत से परिजन भड़क गए. उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. अस्पताल में हंगामा की खबर पाकर कोतवाली से पुलिस फोर्स बुलाया गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया.


इलाज में लापरवाही का आरोप


मृतका की मां रेहाना बेगम ने आरोप लगाया कि शाहीन के इलाज में लापरवाही बरती गई. बेटी पहले बच्चे की मां बननेवाली थी. बेटी को मौदहा सीएचसी से रात में लेकर आए थे. जिला अस्पताल में ड्रिप लगाकर इंजेक्शन लगाए गए. उसके बाद से हालत बिगड़नी शुरू हो गई. कई बार रात में स्टाफ को बताया भी गया, मगर किसी ने ध्यान नहीं दिया और सुबह होते-होते बेटी ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने सीएमओ से शिकायत कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. फौजिया अंजुम नोमानी ने बताया कि शाहीन की स्थिति बेहद खराब थी.




पुलिस ने हंगामे को कराया शांत


जटिल गर्भावस्था से गुजर रही शाहीन का निजी अस्पताल में भी इलाज हुआ था. कागज मांगने पर परिजन नहीं दिखा सके. डॉ. प्रतीक्षा सिंह ने शाहीन का चेकअप किया था. चेकअप में ब्लड प्रेशर हाई निकला और झटके भी आ रहे थे. परिजनों को कानपुर ले जाने की सलाह दी गई थी. लेकिन परिजन जिला अस्पताल में प्रसव कराए जाने की बात कहने लगे. जिला अस्पातल में डॉक्टरों की की टीम ने सभी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज शुरू किया. दुर्भाग्य से शाहीन को बचाया नहीं जा सका. सीएमएस डॉ फौजिया अंजुम ने इलाज में लापरवाही से इंकार किया. 




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