लखनऊ. कुख्यात अपराधी विकास दुबे के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद उसकी पत्नी रिचा दुबे, बेटा और नौकरानी लखनऊ लौट आए हैं. पुलिस विभाग के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि कानपुर में शुक्रवार को विकास दुबे के अंतिम संस्कार के बाद उसकी पत्नी,बेटा और नौकरानी लखनऊ आ गए हैं.
कानपुर जेल के अधीक्षक आर के जायसवाल ने बताया कि न तो रिचा दुबे और न ही उनकी नौकरानी को कानपुर की जिला जेल या चौबेपुर में कोविड-19 के कारण बनी अस्थायी जेल में लाया गया था. बतादें कि एसटीएफ की टीम गुरुवार शाम को लखनऊ के कृष्णानगर स्थित घर से विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, उसके बेटे और उसकी नौकरानी को पूछताछ के लिये कानपुर ले गई थी. पूछताछ के बाद इन सभी को छोड़ दिया गया था.
पत्नी बोली- विकास ने गलत किया था
शुक्रवार को कानपुर के भैरोघाट पर विकास दुबे के अंतिम संस्कार के वक्त उसकी पत्नी रिचा ने मीडियाकर्मियों से काफी नाराजगी में बात की. उसने एक सवाल पर कहा "हां, हां, हां, विकास ने गलत किया था और उसके साथ यही होना था।" रिचा ने दुबे का अंतिम संस्कार कवर करने आए मीडियाकर्मियों पर भी गुस्सा उतारा था और उन्हें वहां से चले जाने को कहा था. विकास की पत्नी ने उसकी मौत के लिए मीडिया को जिम्मेदार बताया था.
अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को बताया था कि दुबे के रिश्तेदार दिनेश तिवारी ने उसके शव का अंतिम संस्कार कराया. यह वही दिनेश है जिसे पुलिस ने पिछले हफ्ते कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के फौरन बाद पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.
बिकरू गांव में आरएएफ तैनात
विकास दुबे के बिकरू गांव में त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) को तैनात कर दिया गया है. एक पुलिस जीप गांव में देखी गयी जिसमें बैठे पुलिसकर्मी गांववालों से कह रहे थे कि अगर उनके पास पुलिस मुठभेड़ के दौरान छीने गये हथियारो के बारे में कोई जानकारी हो, तो वह उसके बारे में जानकारी दें.
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