रायबरेली. जहां एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों के हित के लिए तरह-तरह की योजनाएं ला रहे हैं और किसानों को समृद्धशाली बनाने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. रायबरेली में भी एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई. कर्ज से परेशान किसान मानसिक तनाव नहीं झेल सका, लिहाजा उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. मामला खीरों थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव का है.
कर्ज के बोझ से दबे किसान ने की आत्महत्या
रायबरेली जिले के खीरो थाना क्षेत्र के मोहन के पुरवा गांव में मजरे लोदीपुर गांव में साहूकार और बैंकों के कर्ज से परेशान होकर शिवकुमार नाम के एक शख्स का घर के अंदर छत के कुंडी से लटकता हुआ शव मिला. शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं, सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. घटना की खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के परिजनों से पुलिस पूछताछ कर और अग्रिम कार्रवाई को अंजाम दे रही है.
मृतक के भाई का बयान
सरवन कुमार ने बताया कि कई दिनों से मेरा भाई परेशान रहता था. गांव के ही साहूकारों और बड़ौदा ग्रामीण बैंक रनापुर पाहरौली से शिवकुमार ने करीब एक लाख का कर्ज और लड़की की शादी में साहूकारों से करीब ढाई लाख रुपए का कर्ज लिया था. इतना ही नहीं बिजली का बिल भी 18 हजार रुपये आ गया था. इस बार धान की फसल से शिव कुमार को काफी उम्मीदें थी लेकिन तेज हुई बारिश ने धान की फसल बर्बाद कर दी जिसके बाद वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगा. कर्ज के गम में डूबे भाई ने यह कदम उठाया है.
क्या कहते है अपर जिलाधिकारी
अपर जिलाधिकारी प्रेम प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि खीरों थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में शिवकुमार नाम के एक किसान ने आत्महत्या कर ली. इसकी जानकारी हुई है. बैंक व साहूकारों से कर्ज लेने का कारण सामने आ रहा है, उसकी जांच कराई जाएगी और जो भी अग्रिम कार्रवाई होगी वह प्रशासन करेगा.
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