Pilibhit News: पीलीभीत में बाघ के हमले में किसान की मौत, गुस्साए ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगाया
Pilibhit Tiger Attack: किसान पीलीभीत टाइगर रिजर्व के महोफ जंगल से सटे इलाके में अपने जानवरों को चराने के लिए गया था. इसी दौरान उसपर टाइगर ने हमला कर दिया. इस घटना के बाद लोगों ने जाम लगा दिया.
Pilibhit Tiger Attack News: पीलीभीत जिले के माधोटांडा थाना इलाके में शनिवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व के महोफ जंगल से सटे इलाके में जानवर चराने गये एक किसान की बाघ के हमले में मौत हो गयी. पुलिस ने शनिवार (11 नवंबर) देर शाम यह जानकारी दी. घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने शव को माधोटांडा-पीलीभीत राजमार्ग पर रखकर जाम लगा दिया और प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि वन विभाग की लापरवाही के कारण लोगों की जान जा रही है.
माधोटांडा थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अचल कुमार ने बताया कि जमुनिया गांव के ओमप्रकाश पासवान (60) अपने पालतू जानवरों को वन क्षेत्र के पास चराने गए थे, तभी शाम करीब चार बजे एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी.
जंगल की ओर ले जा रहा था शव
उन्होंने बताया कि बाघ किसान के शव को मुंह में दबाकर जंगल की ओर ले जा रहा था, तभी आसपास के खेतों में काम कर रहे किसानों की नजर उस पर पड़ गई. कुमार ने बताया कि ग्रामीणों की भीड़ देख बाघ शव छोड़कर भाग गया. गुस्साए ग्रामीणों ने शव को माधोटांडा-पीलीभीत हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया.
मुआवजा दिलाने का दिया आश्वासन
उन्होंने मार्ग से गुजरने वाले कुछ वाहनों में तोड़फोड़ भी की.ग्रामीणों का आरोप है कि देर शाम तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची. घटना की सूचना मिलने पर पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक और उपनिदेशक, पीलीभीत बाघ अभयारण्य मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर शांत किया.
अधिकारियों ने उन्हें मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने और जंगल के बाहर घूम रहे बाघों को पकड़ने का आश्वासन दिया. बता दें कि, इससे पहले भी इलाके के लोग बाघ के हमले का शिकार होते रहे हैं. अब देखना होगा कि इस मामले के बाद प्रशासन सुरक्षा के लिहाज से क्या कदम उठाता है.
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