मेरठ: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने मेरठ से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर के लिये किसान ट्रैक्टर रैली की शुरुआत करते हुए कहा कि किसान कृषि कानूनों को लेकर अपनी मांग माने जाने तक 'घर वापसी' नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला लेंगे.


मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा से किसान ट्रैक्टर यात्रा के दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर रवाना होने से पहले किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, ''किसान अपनी मांगे माने जाने तक घर वापसी को तैयार नही हैं. कृषि कानूनों की वापसी के लिए किसानों ने करो या मरो का संकल्प लिया है और किसान कृषि कानूनों को वापस कराकर रहेंगे.''


किसान 2022 के चुनाव में सोच-समझ कर फैसला करेंगे- नरेश टिकैत


उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उन्होंने कहा, ''किसान अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझ कर फैसला करेंगे. आंदोलन जारी रहेगा और गाजीपुर बॉर्डर पर 26 (जून) को होने वाली किसान महापंचायत में आगे की रणनीति बनाई जाएगी.''


नरेश टिकैत ने पत्रकारों से हुई बातचीत में केंद्रीय कृषि मंत्री और गृह मंत्री की तारीफ की. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि चाहते हुए भी यह लोग कृषि कानून वापस नहीं ले पा रहे हैं क्योंकि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने इन लोगों को पिंजरे का तोता बनाकर रख दिया है. ऊपर से जो आदेश आता है यह नेता किसानों के सामने वही बयान देते हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि देश का अन्नदाता कमजोर नहीं, किसानों का आंदोलन कृषि कानून समाप्त होने तक जारी रहेगा.


बता दें कि इस दौरान किसानों की ट्रैक्टर यात्रा के कारण कई मार्गों की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई और मोदीपुरम, कंकरखेड़ा, बागपत बाईपास से परतापुर तक लंबा जाम लग गया.


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