UP News: बेंगलुरु (Bengaluru) में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर स्याही फेंकने की घटना के बाद उनके पैतृक गांव सिसौली में अचानक आपातकालीन पंचायत बुलाई गई. जिसमें आसपास के गांव से सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. इस पंचायत में राकेश टिकैत के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए, उनके लिए Z श्रेणी की सुरक्षा और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग हुई. 


वहीं पंचायत में ऐलान किया गया कि कल भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्त्ता इस घटना को लेकर सभी जनपदों के जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन के दौरान किसान एक ज्ञापन जिला प्रशासन को देकर अपनी मागों को रखेगी.


क्या बोले किसान नेता?
नरेश टिकैत ने इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा कि कल डीएम साहब के यहां ज्ञापन दिया जाएगा. इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. यहां भी सभ्य आदमी आते हैं, इसकी हम निंदा करते हैं. वहां लोगों का विचार था, वह हमने उन्हें नहीं दिया नहीं तो गलत हो जाता. झारखंड में, असम में और छत्तीसगढ़ में किस तरह के मामले हो रहे हैं. अगर यह आदमी ठीक-ठाक करके खा रहे हैं तो यह नक्सलवाद की तरफ धकेल रहे हैं. 


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क्या रखी मांग?
उन्होंने कहा कि इस देश के विकास के लिए सोचे, हमें विकास के लिए बताएं. हम समाज विरोधी कोई गतिविधियां नहीं कर रहे हैं. इस पर जिम्मेदारी सरकार की भी है, उनकी सुरक्षा व्यवस्था की उन्हीं की जिम्मेदारी थी. वहां कोई ऐसा आदमी नहीं था, उन्हें यह तो पता है राकेश टिकैत की पहचान है. उन्हें यह भी पता है कि 13 महीने आंदोलन किया है. कोई भी आदमी उठकर इस तरह का काम कर दें, तो इसकी निंदा होनी चाहिए.


किसान नेता ने कहा कि इसकी जांच कर दोषी पाए जाने वालों को सजा मिलनी चाहिए. लखीमपुर में इस तरह का ही कांड किया तो यहां उत्तर प्रदेश सरकार ने कार्रवाई की. जो लोगों को अच्छा लगा कि हां ठीक है. अपराधियों के साथ में सरकार सख्त है. वहां की सरकार को भी इस तरह का होना चाहिए. 


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