Kishan Andolan: जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. किसानों ने यहां बुधवार को महापंचायत की जबकि गुरुवार को संसद के घेराव का कार्यक्रम रखा गया है. किसानों की महापंचायत को देखते हुए पुलिस भी अपनी तैयारी पूरी कर रही है. प्रशासन ने जिले में 7 और 8 फरवरी को धारा 144 लागू कर दी है.


मिली जानकारी के मुताबिक, किसानों की महापंचायत को विभिन्न किसान संगठनों और विपक्षी पार्टियों ने भी समर्थन दिया है. महापंचायत को सफल बनाने के लिए गांव-गांव में जनसंपर्क भी किया गया है. किसान कई दिनों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. महापंचायत में कई गांव के सैकड़ो किसानों के जताने की उम्मीद जताई जा रही है.


UP Politics: BJP के साथ गठबंधन पर RLD की पहली प्रतिक्रिया, कहा- '4 सीटों की बात कर रहे हैं लेकिन...'


ड्रोन से पुलिस की नजर
पुलिस प्रशासन की कोशिश है कि किसानों को आगे न बढ़ने दिया जाए और किसी तरीके का कोई भी बवाल ना हो. दूसरी ओर किसान के प्रदर्शन की वजह से दिल्ली की ओर जाने वाले रास्तों पर भारी जाम की स्थिति बनी हुई है. सुबह से ही किसान जुटने लगे हैं. दूसरी ओर पुलिस ने पूरी तैयारी की हुई है. ड्रोन से नजर रखी जा रही है. इस आंदोलन में करीब 105 गांवों के लोग शामिल हो रहे हैं.


जिसमें एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांव और नोएडा प्राधिकरण से प्रभावित 81 गांवों के प्रतिनिधि शामिल हैं. गौरतलब है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर पिछले कई हफ्तों से लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों की वार्ता अथॉरिटी के अधिकारियों और पुलिस से असफल होती जा रही है. किसानों ने कहा कि 52 दिनों में डीएम को ज्ञापन से लेकर तालाबंदी, सांसद का घेराव और कई बार प्राधिकरण अधिकारियों से वार्ता की जा चुकी है.


बीते दिनों किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता में प्राधिकरण के एसीईओ मुख्य लीगल एडवाइजर, जॉइंट कमिश्नर, डीसीपी, एसीपी, एडिशनल डीसीपी व प्राधिकरण के ओएसडी मौजूद रहे.