खाते से 20 लाख गायब होने पर किसान ने की खुदकुशी, रिश्तेदार और बैंक प्रबंधक पर हेराफेरी का आरोप
विद्यासागर ने वर्ष 2014 में पैतृक भूमि बेची थी। इससे उसे 20 लाख 50 हजार रुपये मिले थे। परिजनों का आरोप है कि धरछुआ गांव निवासी रिश्तेदार भूप सिंह ने बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से विद्यासागर के खाते से 20 लाख रुपये पार कर दिए ।
कानपुर, एबीपी गंगा। जमीन बेचकर मिली रकम बैंक खाते से गायब हो जाने से एक किसान बेहद परेशान हो गया। काफी प्रयास के बाद भी उसे रकम वापस नहीं मिली तो उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना घाटमपुर के साढ़ चौकी क्षेत्र के गांव पालपुर की है। रिश्तेदार के घर पर 52 वर्षीय किसान विद्यासागर ने पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। खाते से निकले 20 लाख रुपये वापस न मिलने की वजह से किसान परेशान था।
पेड़ से लटकता मिला शव
फतेहपुर के बकेवर थाना अंतर्गत गांव सदान बदान का पुरवा निवासी विद्यासागर ने वर्ष 2014 में पैतृक भूमि बेची थी। इससे उसे 20 लाख 50 हजार रुपये मिले थे। किसान ने बड़ौदा ग्रामीण बैंक की बरईगढ़ शाखा में पत्नी सुशीला व अपने संयुक्त खाते में रुपये जमा कर दिए। करीब दो महीने से विद्यासागर पत्नी के साथ साढ़ के गांव पालपुर निवासी रिश्तेदार अजय के घर रह रहे थे। सोमवार देर रात वह बिना बताए घर से निकले थे। सुबह उनका शव गांव के बाहर खेत में नीम के पेड़ से लटकता मिला।
रिश्तेदार ने किया गोलमाल
परिजनों का आरोप है कि धरछुआ गांव निवासी रिश्तेदार भूप सिंह ने बैंक प्रबंधक की मिलीभगत से विद्यासागर के खाते से 20 लाख रुपये पार कर दिए हैं। दौड़भाग करने पर भी रकम नहीं मिली थी। भूपसिंह के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा भी किया था। सोमवार को विद्यासागर कोर्ट से लौटे थे, लेकिन रकम न मिलने की वजह से उनकी स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके बाद उन्होंने इस तरह का कदम उठाया। फिलहाल पूरे मामले पर थानाध्यक्ष बृजेश कुमार ने बताया कि तहरीर आने पर मुकदमा किया जाएगा।