कौशांबी. कौशांबी जिले में एक पिता पैसों की तंगी के चलते बेरहम ज़ालिम बन गया. उसने अपने ही कलेजे के टुकड़े पर ज़ुल्म की इंतेहा कर दी. मजबूर पिता ने किशोर को लोहे की मोटी जंज़ीरों से घर के पास स्थित एक पेड़ से जंजीरों में जकड़ दिया. बेटे की मात्र इतनी ग़लती थी कि वो अपने पिता से भर पेट भोजन मांगता था. पिता ने किशोर को लोहे की जंजीरों से बांध दिया, ताकि वो भोजन तक पहुंच न सके. हालांकि इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को है, लेकिन वो सिर्फ़ कागज़ों की खाना पूर्ति तक सीमित रही. किशोर आज भी बेड़ियों में जकड़ा ज़िंदगी जीने को मज़बूर है. सिराथू इलाके के सीओ रामवीर सिंह ने बताया कि महुवा के पेड़ से एक किशोर को बांधा गया है. जरूरी कार्रवाई की जाएगी.
बेटा करता है गाली-गलौज
बेड़ियों में जकड़े इस लड़के को जंजीरों से बांधे जाने का मामला सैनी कोतवाली से महज चन्द कदमों की दूरी का है. पढ़ने-लिखने की उम्र में पिता कंधई लाल ने बेटे पर मवेशियों को चराने की जिम्मेदारी दे दी. गरीबी के चलते उसको भर पेट भोजन भी नहीं नसीब हो रहा है. जंजीरों से बंधे विकास ने बताया कि उसकी ग़लती बस इतनी है कि उसने घर वालों के बिना इजाजत के खाना खा लिया, जिसके कारण उसको जंज़ीरों में बांध दिया गया है.
जबकि पिता कंधई लाल का कहना है कि वो पेशे से किसान है. कभी खाना कम बनता है, या फ़िर समय से नहीं बन पाता है, ऐसे में उसका बेटा गाली-गलौज करता है. अपशब्द बोलता है. जिसके कारण इसको जंज़ीर के सहारे महुआ के पेड़ से बांध कर ताला लगा दिया गया. वहीं सर्किल अफसर सिराथू रामवीर सिंह ने कहा कि सूचना मिली है. पुलिस मौके पर जा रही है, जो भी विधिक कार्रवाई होगी वह की जाएगी.
केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगनी करने का दावा तो किया था, लेकिन दोबारा सरकार बनने के बाद भी किसानों की स्थित बदली नहीं है. आज भी किसान कर्ज के चलते परेशान हैं. कंधई लाल जैसे कितने ही किसान हैं, जिनके परिवार भर पेट भोजन को तरसते हैं.
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