गाजियाबाद: शहर के यूपी गेट पर आज फिर किसानों का और फोर्स का जमवाड़ा आमने सामने आ गया. दरअसल आज से 2 साल पहले हरिद्वार के किसानों ने क्रांति यात्रा निकली थी जो अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जा रही थी. लेकिन यूपी गेट पर दिल्ली पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज आंसू गैस के गोले चलाए गए थे. जिसमे कई किसान घायल हुए थे.


इसको लेकर किसान हर वर्ष यहां यज्ञ करते हैं और उस दिन को याद करते हैं. आज भी किसानों ने यज्ञ किया  और दिल्ली में घुसने का प्रयास किया. लेकिन बॉर्डर पर बेरकेटकिंग दिल्ली पुलिस की तरफ से कड़ी थी और फ़ोर्स भी काफी था. जिसको देखकर किसान फिर वापस लौट गए.


यह है गाजियाबाद की सीमा में पड़ने वाला यूपी गेट. यह गाजियाबाद और दिल्ली की सीमा है आप देख सकते हैं कि यहीं से आज फिर से किसान यज्ञ कर रहे हैं. यह किसान साल 2018 के बाद से हर वर्ष आज के दिन यानी 2 अक्टूबर को यहा यज्ञ करते हैं. आपको बता दें कि साल 2018 में किसान यहां हरिद्वार से किसान क्रांति यात्रा लेकर आए थे जो दिल्ली जानी थी.


लाठीचार्ज के चलते किसान दिल्ली में घुस नहीं पाए थे


लेकिन दिल्ली पुलिस की तरफ से फायरिंग की गई थी आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे लाठीचार्ज किया गया था जिसके चलते किसान दिल्ली में घुस नहीं पाए थे. उसी दिन को याद कर कर किसान 2 अक्टूबर के दिन यहां यज्ञ करते हैं और उस दिन घायल हुए किसानों को याद करते हैं. किसान उस दिन को काला दिन बताते हैं.


आज भी किसानों ने दिल्ली में घुसने का प्रयास किया लेकिन दिल्ली पुलिस की तरफ से जबरदस्त ब्रीकेटिंग थी. साथ ही अर्धसैनिक बल भी लगाए गए थे साथ ही दिल्ली फोर्स भी काफी थी. उसको देखकर किसान अपना संकेतिक विरोध करते हुए फिर वापस हो गए. किसानों ने कहा कि यह लाया गया विधायक भी किसानों के हित में नहीं है.


जिसको लेकर आज उन्होंने सरकार को चेतावनी के लिए यज्ञ किया है. अब हरियाणा में 5 तारीख को पंचायत है उसके बाद जो भी निर्णय निकलेगा आगे की रणनीति उसी हिसाब से तय की जाएगी.


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