फतेहपुर: कृषि कानूनों के विरोध में जारी है किसानों का अनिश्चितकालीन धरना, बोले- मजदूरी तक नहीं निकलती है
किसानों की मांग है कि सरकार एमएसपी पर गारंटी ले क्योंकि बिचौलिए 1000 से 1200 में धान लेकर के मालामाल हो रहे हैं और किसान कंगाल हो रहा है.
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में दिल्ली की तर्ज पर किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. कड़ाके की ठंड और बारिश के बीच किसानों का धरना-प्रदर्शन जारी है. किसान रात के समय संविधान की पुस्तकों को पढ़कर ज्ञान भी अर्जित कर रहे हैं. सरकार से एमएसपी और कृषि कानून पर लगातार हो रही वार्ता को लेकर किसानों का कहना है कि सरकार किसानों पर जबरन कृषि कानून और एमएसपी थोपने पर लगी हुई है. जबकि, कई बार किसानों के साथ वार्ता हो चुकी है, बातचीत से कोई हल नहीं निकला है. किसानों का कहना है कि देश का अन्नदाता तब तक अनशन पर बैठा रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है.
मायूस हैं किसान कड़ाके की ठंड में किसानों का अनिश्चितकालीन धरना नहर कॉलोनी में पिछले 16 दिनों से जारी है. धरने पर बैठे किसानों को उम्मीद थी कि सरकार से बातचीत के बाद कोई हल निकलेगा लेकिन अब जब कोई नतीजा नहीं निकला तो किसान फिर मायूस हैं. किसानों की मांग है कि सरकार एमएसपी पर गारंटी ले क्योंकि बिचौलिए 1000 से 1200 में धान लेकर के मालामाल हो रहे हैं और किसान कंगाल हो रहा है. किसान मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को समाप्त किया जाए और सरकार एमएसपी पर गारंटी ले जिससे किसानों की फसल का सही मूल्य मिल सके.
मजदूरी तक नहीं निकल पाती है धरने पर बैठे एक किसान ने बताया कि इस बार हमने धान 1020 रुपए में बेचा है. सरकार कह रही है कि हम 1868 रुपए की एमएसपी दे रहे हैं. जबकि, सरकार की तरफ से डंकल बीज हम लोगों को सोसाइटी से दिया जाता है. डंकल बीज से धान जब पैदा होता है तो उसे खरीदा ही नहीं जाता लिहाजा मजबूरी में कम कीमत पर धान बेचना पड़ रहा है. हालात ये हैं कि मजदूरी तक नहीं निकल पाती है.
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