Flood ruined Farmers crops: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में किसान परेशान हैं. एक सप्ताह से किसानों की करीब 200 बीघा मुंजी की फसलों में पानी भरा हुआ हैं. जिस कारण किसानों की लाखों रुपए की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं. परेशान किसानों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.


फसल हुई बर्बाद
कैराना तहसील गांव बसेड़ा गांव में दर्जनों किसानों ने अपने-अपने खेतों मुंजी की फसल लगाई थी. किसानों ने बताया कि एक सप्ताह पहले उनकी फसलों में बारिश का पानी भर गया था. पानी की निकासी ना होने के कारण मुंजी की फसलें 4 से 5 फीट बारिश के पानी में डूब गई हैं. लगातार, फसलों में पानी भरा होने के कारण फसलें गलकर पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं.


खेत में भरा है पानी
किसान अली शेर की 20 बीघा, अकबरी की 15 बीघा, बिद्दा की 26 बीघा, यामीन की 3 बीघा, सराफत की 12 बीघा, असलम की 24 बीघा, साजिद की 15 बीघा, मेहरबान की 5 बीघा, इसराना की 11 बीघा, सादीन की 10 बीघा, शमीम की 10 बीघा, सरवर की 10 बीघा, असलम की 10 बीघा सहित तमाम किसानों की करीब 200 बीघा मुंजी की फसलों में एक सप्ताह से पानी भरा हुआ हैं.


मुआवजे की मांग 
किसानों ने बताया कि एक बीघा मुंजी की फसल तैयार करने में 5 हजार रुपए का खर्च आता है. फसल तैयार होने के बाद मंडी में 10 हजार रुपए प्रति बीघा बिक जाती है. लेकिन, फसल तैयार होने से पहले ही बारिश के पानी ने उनकी 20 लाख रुपए की कीमत की फसलों को बर्बाद कर दिया है. पीड़ित किसानों ने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है.


गंगा नदी का बढ़ रहा है जलस्तर
गौरतलब है कि, पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश का असर मैदानी इलाकों में भी देखा जा रहा है. प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गंगा का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. साथ ही लोगों में भी बाढ़ की दहशत देखी जा रही है. लोग अपने लिए सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे हैं.


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