Delhi Farmers Protest: उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किसानों के आंदोलन के बीच बड़ा दावा किया है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ये किसान आंदोलन नहीं हैं. एक पोस्ट में केशव ने लिखा- किसान आंदोलन नहीं,यह निराशा के गर्त में जा रही कांग्रेस और ठगबंधन का आन्दोलन है!


वहीं राज्यसभा चुनाव के लिए सपा के तीन उम्मीदवारों का मंगलवार को विधानसभा में नामांकन दाखिल कराने के बाद पार्टी प्रमुख यादव ने किसानों के आंदोलन पर पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'जो सरकार किसानों के नाम पर वोट लेना चाहती हो, जो सरकार स्‍वामीनाथन व किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दे रही हो, वह आखिरकार किसानों को एमएसपी क्यों नहीं दे रही है.' यादव ने आरोप लगाया, 'सरकार या तो एमएसपी देना नहीं चाहती या बड़े लोगों से मिली है, या जो लोग मुनाफा कमाना चाहते हैं उनसे सरकार मिली हुई है.' उन्होंने कहा, 'इसी का परिणाम है कि सरकार किसानों की आवाज दबाने के लिए ऐसा कार्य कर रही है.'


दूसरी ओर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा 'उन्होंने जो मांगें रखी थीं, उनमें से अधिकांश सरकार ने पूरी कर दी हैं. बाकी मांगों के संबंध में पीयूष गोयल, अर्जुन मुंडा और नित्यानंद राय  संबंधित मंत्री बात कर रहे हैं.'



कई समूह भारी अवरोधकों वाले बॉर्डर पर एक
बता दें पंजाब से दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को मंगलवार को हरियाणा के जींद के पास आंसू गैस और पानी की बौछारों का सामना करना पड़ा. पुलिस ने किसानों को जींद जिले में खनौरी बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की. इससे पहले दिन में, किसानों को हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर भी इसी तरह की पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा.


फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाला कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि दाता सिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दागे जाने से एक किसान घायल हो गया. दिल्ली कूच से पहले किसानों के कई समूह भारी अवरोधकों वाले बॉर्डर पर एकत्र हुए.


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