लखनऊ: यूपी के बिजनौर जनपद में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बिजनौर के नांगल सोती थाना क्षेत्र के किसानों ने गुरुवार को ट्रैक्टर रैली निकालकर किसान कानून का विरोध किया. साथ ही दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर परेड की प्रैक्टिस भी की. इस अवसर पर सैकड़ों किसान ट्रैक्टर लेकर गांव-गांव में जाकर लोगों को काले बिल के विरोध में जागरुक करने का काम किया.


किसानों ने सैकड़ों ट्रैक्टर से गांव-गांव जाकर रैली के माध्यम से किसानों को कृषि कानूनों के बारे में बताया और उनसे 26 जनवरी को दिल्ली लाल किला परेड में पहुंचने का आवाहन किया. भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने सभी किसानों से कृषि कानून के विरोध में 26 जनवरी को दिल्ली लाल किला ट्रैक्टर ट्रॉली से पहुंचने का आवाहन किया है. युवा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा इस कानून के तहत किसानों का शोषण किया जा रहा है, जो कि किसान बर्दाश्त नहीं करेगा.


शुक्रवार को सरकार के साथ होगी 9वें दौर की वार्ता
नए कृषि कानून के मसले पर गतिरोध दूर करने और किसानों का आंदोलन खत्म करने को लेकर सरकार शुक्रवार को आंदोलनरत किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ नौवें दौर की वार्ता करेगी. किसानों के प्रतिनिधियों के साथ विज्ञान भवन में यह वार्ता दिन के 12 बजे शुरू होगी.


सरकार के साथ किसान नेताओं के बीच इस मसले को लेकर आठ दौर की वार्ताएं बेनतीजा रही हैं. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने नए कृषि कानूनों और किसानों के आंदोलन को लेकर दायर विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई के बाद मंगलवार को इन कानूनों के अमल पर रोक लगा दी. शीर्ष अदालत ने मसले के समाधान के लिए विशेषज्ञों की एक कमेटी का गठन कर दिया, जिसमें चार सदस्यों को नामित किया गया है. हालांकि कमेटी में शामिल एक सदस्य भाकियू नेता भूपिंदर सिंह मान ने खुद को कमेटी से अलग करने की घोषणा की है.


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