बुंदेलखंड के किसानों ने सूखाग्रस्त क्षेत्र में शुरू की केसर की खेती, करना पड़ता है ये काम
बुंदेलखंड के हमीरपुर के निवाड़ा गांव में कुछ किसानों को केसर की खेती करने में कामयाबी मिली है. देश में पहली बार ठंडे प्रदेश के बाहर केसर का उत्मादन किया जा रहा है. किसानों का कहना है कि केसर की खेती का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. दिन में कई बार पानी देना पड़ता है.
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नई दिल्लीः दुनियाभर में भारत अपने केसर के स्वाद के पहचाना जाता है. देश में अभी तक सिर्फ कश्मीर में केसर का उत्पादन किया जाता रहा है. वहीं, अब देश में बुंदेलखंड के हमीरपूर में भी केसर की खेती की शुरुआत हुई है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसके सफल होने से किसानों को काफी फायदा होने वाला है
एक किसान का कहना है कि "हमें संदेह था कि क्या यहां केसर उगता है लेकिन हमें खुशी है कि ऐसा हुआ. चूंकि यह ठंडा क्षेत्र नहीं है, इसलिए फसलों को 5-6 बार पानी देना पड़ता है."
Bundelkhand: Some farmers in Hamirpur's Niwada village have begun cultivating saffron in the drought-hit area
"We were skeptical whether saffron would grow here but we're glad that it did. Since it isn't a cold area, crops need to be watered 5-6 times/day," a farmer said (16.03) pic.twitter.com/qpZ1jT19iQ — ANI UP (@ANINewsUP) March 16, 2021
ठंडे प्रदेश के बाहर पहली बार केसर के पौधे की खेती की जा रही है. अगर इसमें कामयाबी मिलती है तो किसानों के लिए एक नया आयाम बनाया जा सकता है. केसर काफी महंगा होने के साथ ही सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले मसालों में से एक है. वहीं, देशभर में अभी तक केसर सिर्फ जम्मू-कश्मीर में उगाई जाती रही है.
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