नई दिल्ली. कृषि कानूनों को लेकर किसानों का प्रदर्शन पिछले 18 दिनों से जारी है. एक तरफ जहां कई किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं तो वहीं, अब कई किसान इस कानून के समर्थन में भी आ गए हैं. किसान आंदोलन के बीच दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से उत्तराखंड से आए किसानों ने मुलाकात की. नैनीताल और उधमसिंह नगर जिले से आए करीब 200 किसान केंद्रीय मंत्री से मिले. कृषि मंत्री और किसानों के बीच नए कृषि कानूनों को लेकर चर्चा हुई. किसानों ने कृषि कानून पर संतुष्टि भी जताई.
इस दौरान नरेंद्र सिंह ने किसानों को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश के लिए और यहां रहने वाले नागरिकों के बेहतरी के लिए हर कानून बना रही है. किसानों को इस कानून से फायदा होने वाला है. जो लोग कहते हैं बिल से नुकसान होगा वो केवल बरगला रहे हैं. किसानों को एमएसपी मिलती रहेगी वो कानून को लेकर किसी तरह की भी आशंकाएं न रखें.
"मनमोहन भी लाना चाहते थे कानून"
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह व यूपीए में कृषि मंत्री रहे शरद पवार भी इस कानून को लाना चाहते थे. यूपीए के शासनकाल में वो कई बार लोगों से इस कानून के लिए सहयोग भी मांगते थे, लेकिन यूपीए सरकार कानून नही बना सकी. आज मोदी सरकार ने कानून बनाया है तो राजनीति के लिए विरोध हो रहा हैं.
नरेंद्र सिंह तोमर ने अपने संबोधन में कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाया. नागरिकता कानून लेकर आई और भी तमाम बिल देश हित मे लेकर आई जिसका विरोध जोर-शोर से किया गया. ऐसे लोगों से हमे बचना चाहिए जो देशहित के हर फैसले का विरोध करते हैं. कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद किसानों ने संतुष्टि भी जताई.
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