(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ग्राउंड रिपोर्ट: तीनों कृषि कानूनों की वापसी के एलान के बाद क्या सोचते हैं सिंधु बॉर्डर पर बैठे किसान?
Farm Laws Repeal: सिंधु बॉर्डर पर पिछले एक साल से कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों से एबीपी गंगा ने बातचीत की. उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद क्या वह घर वापसी करेंगे या नहीं.
Farm Laws Repeal: सिंधु बॉर्डर पर पिछले एक साल से कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों से एबीपी गंगा ने बातचीत की. उनसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री के ऐलान के बाद क्या वह घर वापसी करेंगे या नहीं. इसपर किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस फैसले का वे स्वागत करते हैं लेकिन जब तक पूरी तरह से यह तीनों कानून वापस नहीं हो जाता और उन्हें लिखित में नहीं मिल जाता, तब तक वह घर वापसी नहीं करेंगे. वे दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे.
एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि वे घर वापसी के लिए तैयार हैं लेकिन घर वापसी तभी होगी जब तीनों कृषि कानून कानूनी तौर पर वापस ले लिए जाएंगे. किसानों ने कहा कि हम घर वापसी के लिए तैयार हैं लेकिन जिस कानून के लिए हम साल भर से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं, जब तक वह कानून वापस पूरी तरह से नहीं हो जाता, तब तक हम घर वापस नहीं जाएंगे. किसानों ने कहा कि एक साल बाद प्रधानमंत्री को किसानों की याद आई है. लेकिन देर आए दुरुस्त आए. हम उनका स्वागत करते हैं और जैसे ही तीनों कानून वापस होने के लिए नोटिफिकेशन जारी होगा, वैसे ही किसान सिंधु बॉर्डर से अपने घर की तरफ रवाना हो जाएंगे. लेकिन जब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं होता तब तक किसान सिंधु बॉर्डर पर डटे रहेंगे.
किसानों ने कही ये बड़ी बात
किसानों ने कहा कि सरकार इस आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को शहीद का दर्जा दे और उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे ताकि उनके परिवार का पालन पोषण हो सके. किसानों के साथ सिंधु बॉर्डर पर महिलाएं भी पिछले एक साल से आंदोलन में शामिल हैं. एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान महिलाओं ने भी बताया कि वह घर वापसी के लिए तैयार बैठी हुई हैं. बस सरकार को अपने लिए गए निर्णय पर अमल करने की जरूरत है. जैसे ही सरकार ने अपने निर्णय पर अमल किया, वैसे ही किसान अपने घर वापसी के लिए चल पड़ेंगे. किसानों ने कहा कि आज सिंधु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चे की अहम बैठक है और इस बैठक में निर्णय होगा कि आखिरकार किसान आंदोलन का आगे क्या रुख होगा. हम सभी को इस बैठक का इंतजार है ताकि यह पता चल सके कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों के लिए क्या निर्णय लिया है.
ये भी पढ़ें :-
Farm Laws Repealed: जनरल वीके सिंह ने की विवादित टिप्पणी, किसानों को 'भेड़ चाल' कहकर किया संबोधित
Noida News: नोएडा में दूध के टैंकर का भयंकर एक्सीडेंट, ड्राइवर की हालत गंभीर, एक की मौत