Noida Farmers Protest: नोएडा प्राधिकरण के गेट पर आज सैकड़ों किसानों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. किसानों ने कहा कि, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. आपको बता दें कि, किसान पिछले डेढ़ महीने से नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक किसान और प्राधिकरण के बीच में कोई बीच के रास्ता निकलता है नजर नहीं आ रहा है. 


पांच मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन 


नोएडा प्राधिकरण पर धरना दे रहे किसानों का कहना है कि, उनकी मुख्य पांच मांगे हैं. पहली मांग उन्हें 10% का विकसित प्लॉट दिया जाए, साथ ही 64 परसेंट का बढ़ा हुआ मुआवजा सामान्य रूप में किसानों को वितरित किया जाए, तीसरी मांग है कि उनकी आबादी का निस्तारण करते हुए आबादी को नियमित किया जाए. इसके अलावा गांव में प्राधिकरण ने जो नक्शा नीति लागू की है उसे समाप्त किया जाए. इसके अलावा उनके प्रपोजल है, उसे प्राधिकरण अपनी बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से पास कर सरकार को भेजे, ताकि वह एक कानून का रूप ले सके और आगे किसी किसान को प्राधिकरण के चक्कर न लगाने पड़ें. 


51 दिनों से चल रहा है प्रदर्शन 


आपको बता दें कि, यह पूरा आंदोलन किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में चल रहा है. किसान पिछले 51 दिनों से प्राधिकरण के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी तक किसानों और कार्यक्रमों के बीच में कोई सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन अब प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों से आ करके यह आश्वासन दिया है कि, वह शनिवार या सोमवार को अपने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आकर मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु महेश्वरी से बात कर सकते हैं, उनकी बातों को सुना जाएगा, उनकी जायज मांगों को शासन तक भेजा जाएगा और उम्मीद है कि किसान और प्राधिकरण के बीच सहमति बनेगी.


किसानों से बातचीत के लिए तैयार 


प्राधिकरण के अधिकारी ने आकर प्रदर्शन कर रहे किसानों से कहा कि, उन्हें रितु महेश्वरी जी ने भेजा है. वह किसानों के दर्द को समझती हैं किसानों से वार्तालाप के लिए प्राधिकरण 24 घंटे तैयार है, क्योंकि किसान उनके अपने हैं उनके बीच के हैं, इसलिए किसानों से बात करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. प्राधिकरण के अधिकारी ने तो एबीपी गंगा से बातचीत के दौरान यहा तक कह डाला कि किसान हमारे अपने हैं कोई पाकिस्तान या चीन से नहीं आए हैं जो उनसे बातचीत करने में उन्हें कोई दिक्कत होगी. 


सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त 


वहीं, किसानों के प्रदर्शन को लेकर पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से अलग था चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवानों के साथ-साथ आरआर के जवानों को भी तैनात किया गया था, ताकि कानून व्यवस्था बिगड़ने ना पाए. एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान एडिशनल डीसीपी कुमार रणविजय सिंह ने कहा कि, पुलिस प्रशासन पूरी तरह से प्राधिकरण के गेट पर मुस्तैद है, किसान अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से करें अगर कानून को हाथ में लेने की कोशिश की गई तो पुलिस प्रशासन कार्रवाई करेगा.


हालांकि, प्राधिकरण के इस आश्वासन के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन प्राधिकरण के बाहर से समाप्त कर दिया लेकिन किसानों ने कहा है कि उनका प्रदर्शन अभी खत्म नहीं होगा क्योंकि जब तक प्राधिकरण उनकी मांगों को मान नहीं लेता तब तक वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे, लेकिन प्राधिकरण के बाहर प्रदर्शन नहीं करेंगे.


फिलहाल किसान और प्राधिकरण की वार्तालाप शनिवार को सुबह 11:00 बजे होगी और देखना होगा कि इस वार्तालाप में किसानों और प्राधिकरण के बीच में सहमति बन पाती है या नहीं.


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