हरिद्वार: भारी सांख्य में ज्वालापुर कोतवली क्षेत्र के पुलजटवाड़ा पहुंचे क्षेत्रीय किसानों ने मंगलवार को केंद्र सरकार के जरिए फसल की खरीद-फरोख्त के लिए बनाए गए नए कानून को काला कानून बताते हुए घंटों तक सड़क पर चक्काजाम किया. किसान अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से रैली निकलते हुए पुलजटवाड़ा पहुंचे थे. यही नहीं किसानों ने कहा कि सरकार नए कानून को उनपर थोप रही है. किसानों ने दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकरा से नए कानून में बदलाव करने की मांग भी की.


किसानों से बात करनी चाहिए
किसानों का कहना है धरने पर बैठे किसान केंद्र सरकार से कानून वापस लेने का आग्रह कर रहे है लेकिन, उनकी मांगों को लेकर अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. उन्होंने कहा कि सरकार के अनुसार सही कानून बनाया गया है तो सरकार को किसानों के पास आकर उनसे बात करनी चाहिए. देश का किसान इस कानून के खिलाफ सड़क पर है. किसान को कुछ नहीं चाहिए सिर्फ सरकार किसानों को पुराना कानून वापस कर दे.


वोट देकर हो रहा है पछतावा
किसानों का ये भी कहना है कि कानून बनाने वालों में कोई किसान नहीं है और इन कानून बनाने वालों को किसानों के बारे कुछ पता नहीं है. किसान आंदलोन को खालिस्तानी समर्थन होने के लग रहे आरोपों पर इन किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार अंग्रेजों की नीति अपनाकर लोगों में फूट डालना चाहती है और देश पर राज करना चाहती है. किसानों में न कोई खालिस्तानी है न कांग्रेसी और न ही भाजपा वाला. सब किसान हैं, हम सभी किसानों ने भाजपा पार्टी को वोट दिया है. आज हम सभी पछता रहे हैं.



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