जालौन: कृषि कानूनों के विरोध संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बृहस्पतिवार को जालौन में किसानों का रेल रोको आंदोलन फ्लॉप रहा. हालांकि, काफी संख्या में विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं के साथ किसानों ने रेलवे स्टेशन उरई की तरफ रुख किया था. लेकिन, जिला प्रशासन ने उरई स्टेशन की घेराबंदी कर उसे छावनी में तब्दील कर दिया था. जिससे किसानों का रेल रोको आंदोलन फ्लॉप साबित रहा.


जारी है किसानों का प्रदर्शन
बता दें कि, कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन 90 दिनों से जारी है. एक ओर सरकार ने फिर से बातचीत के रास्ते खुले होने की बात कही है तो वहीं किसान कानून रद्द कराने की मांग पर अड़े हुए हैं. जिसकों लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने बृहस्पतिवार को 12 से लेकर 4 बजे तक का रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था.


भारी फोर्स तैनात
प्रशासन की मुस्तैदी के चलते किसानों के रेल रोको आंदोलन के मंसूबों पर पानी फिर गया. उरई स्टेशन पर रेलवे पुलिस बल के साथ जिले भर के थानों की पुलिस मौजूद थी. ट्रेनें तो स्टेशन से गुजरीं लेकिन किसी भी ट्रेन को किसान और विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता रोक नहीं सके. इसके बाद किसान स्टेशन परिसर में बैठ गए और कृषि कानून वापस लो के नारे लगाते रहे.



विफल रहा किसानों का प्रयास
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम लंबरदार ने पुलिस को अपनी गिरफ्तारी दी. जिससे बाद सभी किसानों और राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं को पुलिस सुरक्षा बल के साथ पुलिस वाहनों से पुलिस लाइन भेजा गया. एडीएम जालौन प्रमिल कुमार ने बताया कि 80 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है. किसानो की तरफ से रेल रोकने का प्रयास विफल रहा है.


ये भी पढ़ें:



कांग्रेस ने बदला 'मोदी है तो मुमकिन है का नारा', पोस्टर पर लिखा 'मोदी है तो महंगाई है'


क्लिक कर जान लीजिए साइबर फ्रॉड से बचने का तरीका, नहीं तो बाद में होगा पछतावा