अमरोहा, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश में बिजली कर्माचारियों की हड़ताल को अब किसानों ने भी अपना समर्थन दे दिया है. यहां अमरोहा जोया मार्ग पर स्थित विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति को किसान संगठन ने अपना समर्थन दिया. बिजली कर्मचारियों के साथ अब किसान संगठन भी धरने पर मौजूद हैं. किसानों का कहना है कि जब तक बिजली कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं हो जाती तो सिंह किसान संगठन भी इनके साथ यूं ही धरने पर बैठा रहेगा.
दरअसल, आपको बता दें कि विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति सहित किसान संगठन भी अनिश्चित हड़ताल पर धरना देने बैठ गया है. बता दें कि सरकार द्वारा पूर्वांचल में विद्युत विभाग का निजीकरण कराया जा रहा है. जिसके खिलाफ बीते दिनों से बिजली कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. एससी बिजली कर्मचारी रजत जुनेजा का कहना है कि हमारी मांगे तब तक पूरी नहीं हो जाती तब तक हम यूं ही डटे रहेंगे. उन्होंने कहा कि आज सरकार को जगाने के लिए यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
निजीकरण का विरोध
बता दें कि पूर्वांचल विद्युत वितरण खंड का निजीकरण किया जा रहा है. कर्मचारी पूर्ण रूप से इस निजीकरण का विरोध कर रहे हैं. कर्मचारियों की मांग है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण खंड का निजीकरण तत्काल वापस लिया जाए. जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता तब तक वे कार्य बहिष्कार कर अड़े रहेंगे. उन्होंने कहा कि वे अपनी मांगों पर डटे रहेंगे.
किसानों का समर्थन
बिजली कर्मचारियों के पक्ष में पहुंचे किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष का कहना है कि सरकार पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण का निजीकरण करना चाहती है. एक तरफ सरकार कहती है कि हम रोजगार देंगे तो दूसरी तरफ इन बिजली कर्मचारियों को यह सरकार बेरोजगार कर रही है. उन्होंने कहा कि निजीकरण से किसान को भारी नुकसान होगा. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो उपचुनाव में परिणाम भुगतने होंगे.
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