Uttarakhand: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर मेन टनल का नहीं हो सका फास्ट ब्रेक थ्रू, ग्रामीणों ने किया विरोध
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आरवीएनएल और मैक्स कंपनी ग्रामीणों के साथ खिलवाड़ कर रही है. नरकोटा से खांखरा के बीच दो किमी रेल टनल का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. आज मुख्य गेट को जाम कर धरने पर बैठ गये.
Uttarakhand News: ग्रामीणों के विरोध की वजह से ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर मेन टनल का फास्ट ब्रेक थ्रू नहीं हो पाया. नरकोटा के ग्रामीणों ने सुबह 7 बजे मैक्स कंपनी का काम रोक दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि आरवीएनएल और मैक्स कंपनी ग्रामीणों के साथ खिलवाड़ कर रही है. टनल निर्माण से ग्रामीणों के आवसीय भवनों में दरारें पड़ी हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि आरवीएनएल और मैक्स कंपनी नुकसान का मुआवजा और स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दे रही है. दो साल से आरवीएनएल और मैक्स कंपनी ग्रामीणों को बेवकूफ बना रही है. नरकोटा से खांखरा के बीच दो किमी रेल टनल का ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. ग्रामीण सुबह टनल के मुख्य गेट को जाम कर धरने पर बैठ गये.
नरकोटा से खांखरा के बीच रेल टनल का विरोध
विरोध प्रदर्शन की खबर मिलते ही आरवीएनएल के अधिकारी और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. समझाइश के बावजूद ग्रामीण अपनी मांग पर डटे हुए हैं. आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर नरकोटा से खांखरा के बीच दो किमी लंबी मेन टनल का फास्ट ब्रेक थ्रू होना था. फास्ट ब्रेक थ्रू की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी. मगर ग्रामीणों ने सुबह से ही टनल के मुख्य गेट पर पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया. ग्रामीण मैक्स कंपनी का काम रोकते हुए टनल के गेट पर धरना देने लगे.
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आरोप है कि टनल निर्माण के लिए होने वाले विस्फोट से मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. जगह-जगह पैदल रास्ते ध्वस्त हो गये हैं. कई बार प्रशासन और आरवीएनएल अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया गया, बावजूद इसके समस्या का निदान नहीं हो सका. आज तक सिर्फ कोरे आश्वासन ही मिले हैं. ग्रामीण क्षतिग्रस्त घरों में रहने को मजबूर हैं और कभी भी अनहोनी हो सकती है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मांग पूरी होने तक धरना जारी रहेगा और रेल लाइन का कार्य नहीं होने दिया जायेगा.
आक्रोशित ग्रामीण आश्वासन से नहीं माननेवाले
आक्रोशित ग्रामीण अब कोरे आश्वासन से नहीं मानने वाले हैं. धरनास्थल पर ग्रामीणों से वार्ता करने पहुंची रुद्रप्रयाग तहसीलदार मंजू राजपूत ने कहा कि ग्रामीणों ने मांगों के समर्थन में रेलवे का कार्य रूकवाया है. ग्रामीणों और रेलवे के बीच बातचीत करने के प्रयास कराये जा रहे हैं, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है.
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