UP News: यूपी के फ़तेहपुर जिले (Fatehpur District) में जमील अहमद (Jamil Ahmad) नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने जनेऊ धारण (Thread Ceremony) कर इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया. आज जिले के हनुमान मंदिर के पुजारियों ने हवन पूजन कर जमील को जनेऊ पहनाया है और उनका नामकरण किया. इसके बाद वह जमील अहमद से श्रवण कुमार बन गए हैं. उधर, अखिल भारतीय हिंदू महासभा (Hindu Mahasabha) के कार्यकर्ताओं ने इस पर खुशी जाहिर की है.

  


स्वेच्छा से अपनाया हिंदू धर्म

हिंदू धर्म अपनाने वाले जमील ने बताया कि वह रेलवे से रिटायर हुए हैं. जमील ने कहा कि इस्लाम की कुरीतियों के चलते स्वेच्छा से हिंदू धर्म को अपनाया है. उनका आरोप है कि उन्हें प्रताड़ित किया जाता था जिस वजह से उन्होंने सावन महीने में हिंदू धर्म अपना लिया. उन्होंने कहा कि वह अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुनकर धर्म परिवर्तन कर रहे हैं. जमील ने जिला मुख्यालय के पटेलनगर चौराहे स्थित हनुमान मंदिर में मंत्रोचारण के बाद हिंदू धर्म अपनाया है. इसके बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा के मनोज  त्रिवेदी ने कहा कि जमील को वह काफी समय से जानते हैं. एक दिन उन्होंने धर्म बदलने की बात कही थी जब इस बारे में मुस्लिम समाज के कुछ लोगों को पता चला तो उन्होंने दबाव बनाना शुरू कर दिया. उन्हें धमकियां मिलने लगीं और उनकी सुरक्षा के लिए हिंदू महासभा के लिए लोग खड़े हो गए. उनका नाम बदलने के लिए डीएम को पेपर भेज दिया गया है.


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कौन हैं जमील अहमद ?
68 वर्षीय जमील हाथरस जिले के साईदा बाग़ के रहने वाले हैं. नौकरी के सिलसिले में वह फतेहपुर आते रहते थे. उनकी शादी भी जिले के देवीगंज मोहल्ले में हुई थी.  वह रेलवे में मुख्य आरक्षण पर्वेक्षक के पद पर तैनात थे. 20 साल तक उन्होंने फतेहपुर में ही नौकरी की थी. 18 साल तक शिकोहाबाद में नौकरी के बाद वह रिटायर हुए हैं. जमील की तीन बेटियां और एक लड़का है. उनकी पत्नी बेटियों के साथ लखनऊ में रहती हैं. जमील का कहना है कि धर्म परिवर्तन को लेकर उन्हें परिवार में भी विरोध का सामना करना पड़ा है. 


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