Fatehpur Crime News: SIT को सौंपी गई फतेहपुर में युवती के अपहरण और हत्या की जांच, दो दरोगा समेत एसओ और एसआई निलंबित
यूपी के फतेहपुर जिले में युवती के अपहरण और हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई हुई है. दो दरोगा सहित तत्कालीन एसओ और एसआई के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई है.
UP Crime News: यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में युवती के अपहरण और हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई हुई है. इस मामले में दो दरोगा सहित तत्कालीन एसओ (SO) और एसआई (SI) के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई IG प्रयागराज के निर्देश के बाद हुई है. वहीं इस मामले में डीएसपी (DSP) बिंदकी के खिलाफ जांच बैठा दी गई है. कोर्ट के आदेश के बाद एसआईटी (SIT) को जांच सौप दिया गया है.
किनपर हुई कार्रवाई
कल्यानपुर थाना क्षेत्र के कंसपुर गुगौली गांव की घटना में एसआईटी की रिपोर्ट के बाद एसपी ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इनमें दो को जनपद में होने के कारण तुरंत सस्पेंड किया गया. जबकि दो के गैर जनपद तैनाती के चलते पत्राचार किया गया है. वहीं तत्कालीन एसओ व एक सब-इंस्पेक्टर के सस्पेंशन के लिए प्रयागराज व महोबा एसपी को पत्र लिखा है. वहीं सीओ के ऊपर प्रारंभिक जांच बैठा दी गई है. एसपी की इस कार्यवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
क्या है मामला
फतेहपुर जिले के कल्यानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती को शादी का झांसा देकर गांव का रहने वाला विमलेश उर्फ हैप्पी सिंह 23 फरवरी 2021 को सूरत ले गया था. लेकिन जब युवती ने युवक के ऊपर शादी का दबाव बनाया तो युवक ने इंकार कर दिया. जिसके बाद युवती लापता हो गई. पीड़ित पिता ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने डेढ़ महीने बाद तीन अप्रैल 2021 को थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया.
हाईकोर्ट ने दिया था निर्देश
वहीं इस पूरे मामले के जांच करने वाले सब इंस्पेक्टर महेंद्र वर्मा, यश करन सिंह और संजीव कुमार ने विवेचना में आरोपित विमलेश उर्फ हैप्पी सिंह को क्लीन चीट दे दी थी. जिसके बाद पीड़ित ने हाईकोर्ट में रिट पिटीशन दाखिल की थी और हाईकोर्ट ने हैवियस कार्पस का आदेश पारित किया था. कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद 10 दिसम्बर 2021 को पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में युवती के अपहरण, जान से मारने की धमकी व साजिश रचने का मुकदमा दर्ज हुआ. जिसमें हैप्पी सिंह, राही सिंह व संजय के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
क्या हुई है कार्रवाई
मामले की जांच सीओ बिंदकी योगेंद्र मलिक को दी गई थी. जिसके बाद भी कार्रवाई न होने पर हाईकोर्ट ने आईजी प्रयागराज को 13 अप्रैल को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद आईजी प्रयागराज ने तत्काल एसआईटी का गठन किया और एसआईटी का इंचार्ज सीओ जाफरगंज अनिल कुमार को बनाया गया. जिसके बाद एसपी राजेश कुमार सिंह ने लापरवाही बरतने वाले दो सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही तत्कालीन एसओ व एक सब इंस्पेक्टर के खिलाफ सस्पेंशन के लिए प्रयागराज व महोबा एसपी को पत्र लिखा है. सीओ के ऊपर प्रारंभिक जांच बैठा दी है.
अब तक नहीं हुई बरामद
थाना कल्याणपुर क्षेत्र में फरवरी 2021 में परिजनों द्वारा युवती के अपहरण की सूचना प्राप्त हुई थी. लेकिन थानाध्यक्ष और तीन सब इंस्पेक्टरों द्वारा इस मामले में सही जांच नहीं की गई. परिजनों द्वारा बार-बार एप्लीकेशन दी गई और इनके द्वारा गलत जांच की गई. जिसके कारण अभियोग पंजीकृत नहीं हो सका. माननीय उच्च न्यायालय में जब युवती के पक्ष के लोग गए तब अभियोग पंजीकृत हुआ और सीओ बिंदकी द्वारा विवेचना की जा रही थी. लेकिन अभी तक युवती की बरामदगी नहीं हो पाई है, लगातार प्रयास किया जा रहा है.
एसआईटी कर रही जांच
आईजी महोदय प्रयागराज गंज की तरफ से इसमें एसआईटी का गठन किया गया है. विवेचक चेंज कर दिया गया है और सार्थक प्रयास किया जा रहा है, लेकिन शुरुआती दौर में जो जांच गलत की गई है. अभियोग पंजीकृत नहीं किया गया, अभियोग काफी विलंब से पंजीकृत किया गया, जिसको लेकर तत्कालीन थानाध्यक्ष केशव वर्मा और सब इंस्पेक्टर संजीव सिंह, महेंद्र वर्मा , यश करन सिंह इनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई चल रही है. दो सब इस्पेक्टर जो यहां पर तैनात है उनको मेरे द्वारा निलंबित कर दिया गया है. अभी भी हम प्रयासरत हैं युवती को शीघ्र हम बरामद कर लेंगे.
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