Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) जिले के समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को बंधक बनाकर के बाबू द्वारा फाइलों पर सिग्नेचर करवाने का मामला सामने आया है. वहीं बंधक बनाए जाने की सूचना जैसे ही आला अधिकारियों को लगी, तो हड़कंप मच गया गया. एसडीएम (SDM) तत्काल पुलिस (Police) फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और बंधक बने समाज कल्याण अधिकारी को छुड़वाया. इस दौरान बाबू और अधिकारी एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे. डीएम ने इस मामले में अनुशासनहीनता बरतने पर शासन को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा है.
अधिकारी को बंधक बनाने वाले बाबू का आरोप है कि पिछले 6 महीनों से अधिकारी ने कर्मचारियों की फाइलों पर दस्तखत नहीं किए थे जिससे वो काफी परेशान थे. जब भी वो फाइल लेकर जाते हैं तो बिजी होने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया जाता है. जिसके बाद कर्मचारियों ने उन्हें आफिस में रोककर सिग्नेचर करवाया. वहीं दूसरी तरफ समाज कल्याण अधिकारी अवनीश यादव ने कहा कि उनके दफ्तर में तैनात बाबू ने दरवाजे के सामने ऑफिस की अलमारी गिराकर दरवाजा बंद कर दिया, उन्हें बंधक बनाकर के गाली गलौज की और फाइलों पर दस्तखत करवाए.
फाइलों पर दस्तखत नहीं होने से नाराज
समाज कल्याण विभाग के लेखाकार राजू प्रसाद सोनकर ने कहा कि अधिकारी उनकी फाइलों पर दस्तखत नहीं कर रहे थे इसलिए मजबूरन उन्होंने अधिकारी को रोककर रखा. उन्होंने कहा कि हमारे जो बिल बने हुए थे, टोकन जनरेट हो गया इनका दस्तखत किया हुआ लेकिन बिल पर दस्तखत नहीं कर रहे थे. सफाई कर्मचारियों की 6-6 महीनों से तनख्वाह नहीं मिली है. बजट आते ही मैंने उनका बनाकर रख दिया आज 10 दिन हो रहे हैं और उस बिल पर अभी तक दस्तखत नहीं हुए.
डीएम ने लिखा कार्रवाई के लिए पत्र
इस दौरान विभाग के अंदर जमकर हंगामा हुआ. जिसके बाद एसडीएम और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और किसी तरह पूरे मामले को शांत कराया. जिसके बाद उन्होंने बंधक बने अधिकारी अवनीश यादव को छुड़वाया. डीएम ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और इस मामले में बरती गई अनुशासनहीनता को लेकर शासन को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है.
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