Fatehpur News: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली के बेरोजगार युवक से फतेहपुर के जालसाजों ने पांच लाख रूपये की ठगी की है. जालसाजों ने युवक से ठगी कर फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया. इस ठग गिरोह में फतेहपुर और प्रतापगढ़ के लोग शामिल हैं. पीड़ित ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की लेकिन पुलिस ने युवक की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. जिस पर फरियादी ने कोर्ट से एफआईआर दर्ज कराई. शिकायत में कई अन्य लोगों के साथ ठगी होने का दावा किया गया है.


जानकारी के अनुसार, फरियादी परवेज रजा नकवी पुत्र स्व याकूब नकवी जोकि रशीद मार्केट नई दिल्ली का रहने वाला है. फरियादी परवेज रजा नकवी ने बताया कि वह बेरोजगार है, उसे आरोपी सलीम अख्तर ने बताया कि वह उसकी प्रयागराज मण्डल में चतुर्थ श्रेणी पद पर अपने सोर्स से भर्ती करा देगा. सलीम अख्तर ने बताया कि प्रयागराज मण्डल प्रयागराज में मेरे मित्र गंगा प्रसाद पुत्र अंशुमान सिंह निवासी अंशुमान विला कुण्डा प्रतापगढ़ का रहने वाला है जो कि  उत्तर प्रदेश प्रयागराज भण्डल में उत्तर रेलवे में यूनियन लीडर है. 


नौकरी का झांसा देकर ठगे पांच लाख रुपये
आरोपी ने झांसा दिया कि वह उसकी चतुर्थ श्रेणी के पद पर 5,00,000 रुपये में नियमित रूप से डायरेक्ट भर्ती करा देगा.आरोपी ने फरियादी को बताया कि गंगा प्रसाद का सहयोगी श्रीवास्तव मेरे पास आता है उससे मैने अनेक युवाओं का फार्म भराकर व धनराशि जमा कराकर गंगा प्रसाद उपरोक्त को भेजवा दी है और उनकी ज्वाइनिंग भी हो चुकी है. 


परवेज रजा सलीम अख्तर की बातों का विश्वास किया कि सरकारी नौकरी मिल जायेगी और वह अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कुशल पूर्वक कर पाएगा. फरियादी ने किसी पांच लाख रुपयों का प्रबंध कर सलीम अख्तर को 12.04.2019 को फतेहपुर आकर जब वह अपने होटल बाईपास में स्पाईसी बाईट के नाम से चला रहा था वही आकर नगद 5 लाख रु दिये और सुलीम अख्तर ने प्रार्थी से फार्म भरवाकर व फोटों लगवाकर श्रीवास्तव नामक व्यक्ति उसका नाम नहीं जानता सामने आने पर पहचान सकता हूँ, के जरिये इलाहाबाद भेज दिया और कहा कि शीघ्र ही ज्वाइनिंग लेटर तुमको मिल जायेगा. 


पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच
प्रार्थी विश्वास करता रहा और ज्वाइनिंग लेटर का इन्तजार करता रहा. सलीम अलग अलग तिथियों में उत्तर रेलवे की मोहर लगा हुआ देता रहा और उसमे ज्वाइनिग की तिथि भी दी जाती रही परन्तु ज्वाइनिंग आज तक नहीं दी गयी. इसके अतिरिक्त उत्तर रेलवे इलाहाबाद मण्डल से चेयरमैन द्वारा जरिये पोस्ट भी ज्वाइनिंग लेटर प्राथर्थी को प्राप्त हुआ लेकिन 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी न तो नौकरी दी गयी और न ही पैसे वापस किये गए.


बाद में पता चला कि उक्त ज्वाइनिंग लेटर विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है. जिस पर उसे अपने साथ हुई ठगी एहसास हुआ. कुछ दिनों बाद फरियादी को पता चला कि सलीम अख्तर ने काफी लोगों के साथ नौकरी के नाम पर ठगी की है. पुलिस इस मामले में केस दर्ज कार्रवाई में जुट गई है.


ये भी पढे़ं: सीएम मोहन यादव वाराणसी में भरेंगे चुनावी हुंकार, पीएम मोदी के पक्ष में करेंगे प्रचार, जानें पूरा शेड्यूल