Fatehpur News: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर घर-घर पहुंच राम भक्त पहुंच निमंत्रण देकर दूसरी दीपावली मनाने में लगे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री और फतेहपुर से सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने सूर्य मंदिर में पहुंच भगवान विष्णु को 22 जनवरी को अयोध्या चलने का निमंत्रण देते हुए अयोध्या के अक्षत चावल को छिड़का है. जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर बसा यह भूतों का मंदिर जिसे सूर्य मंदिर के नाम से जाना जाता है.
केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि यह मंदिर लगभग 800 वर्ष पुराना है, भगवान राम विष्णु का अवतार हैं इसलिए सूर्य मंदिर में अक्षत को छिड़ककर निमंत्रण दिया है. यहां भगवान विष्णु की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित थी जो लगभग 50 वर्ष पूर्व चोरी हो गई जो कि आज तक नहीं मिली. इस मंदिर को क्षेत्रवासी भूत के मंदिर के नाम से भी जानते हैं और इसे सूर्य मंदिर भी कहा जाता है.
मंदिर में पड़ती है सूर्य की पहली किरण
बुजुर्गों की मानें तो सूर्य उदय होते ही सूर्य की पहली किरण इस मंदिर में पड़ती है जिसे साफ देखा जा सकता है, वैसे इस मंदिर की बहुत कहानियां हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या प्रकरण के सुनवाई के दौरान तेंदुली गांव के सूर्य मंदिर का जिक्र हुआ है. तेंदुली गांव के सूर्य मंदिर जिसे चतुर्भुज मंदिर कहते हैं जहां पर भगवान विष्णु की मूर्ति विराजमान है जो सूर्यवंशी हैं और भगवान श्री राम भी सूर्यवंशी हैं और इस मंदिर का एक पत्थर अयोध्या के रामलला मंदिर में मिला था. इसी आधार पर कोर्ट ने फैसला किया था.
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने पिता मुलायम सिंह के द्वारा किए कार्यों को लेकर प्रायश्चित करना चाहिए. जिस समय अयोध्या में कार सेवक गए थे उस समय उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे. मुलायम सिंह यादव के कहने पर कार सेवकों पर गोली चलाई गई थी. कई कार सेवक घायल हुए थे, कुछ लोगों की मौत हुई थी.
ये भी पढ़ें: Ramlala Pran Pratishtha: काशी के पौंड्रक शंख से होगा राम जन्म स्थल पर शंखनाद, जलाभिषेक के लिए पहुंचा कलश