Fatehpur Murder Case: यूपी के फतेहपुर जिले में मासूम बच्चे की निर्मम हत्या की थरियांव पुलिस के खुलासा के बाद ग्रामीण उग्र होते नजर आ रहे हैं. इसी मामले को लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही लोगों ने मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की. ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की.


डीएसपी ने कहा की घटना में पूर्व प्रधान सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.  वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने दोषियों के बजाय निर्दोषों को गिरफ्तार कर लिया है. अब ग्रामीणों ने इंसाफ न मिलने पर डीएम ऑफिस का घेराव का फैसला किया है. इन लोगों का कहना है कि हम डीएम से सीबीआई जांच के बाद निर्दोषों को छोड़ कर दोषियों को पकड़ने की मांग करेंगे. 


ये है पूरा मामला 
फतेहपुर जिले के थरियांव थाना क्षेत्र के हासिमपुर भेदपुर गांव में 8 दिसंबर 2022 को गांव में शादी समारोह से 12 वर्षीय शिवम ला पता हो गया था. पुलिस ने तीन महीने बाद इसकी हत्या का खुलासा करते हुए पूर्व प्रधान सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. 9 दिन पहले गांव के किनारे बने तालाब से शिवम का बोरी में भरा शव मिलने से सनसनी फैली थी. इसके बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए पूर्व प्रधान विक्रम सिंह, पेट्रोल उर्फ शोबिन, विपिन, पारसनाथ को मुख्य आरोपी बनाकर सलाखों के पीछे भेज दिया. 


पूर्व प्रधान विक्रम सिंह के परिजन और गांव वालों ने तीन महीने बाद हुए हत्या के खुलासे को फेक बताकर सीबीआई से जांच की मांग करना शुरू कर दिया है. गांव वालों ने कहा कि घटना वाले दिन विक्रम एक शादी समारोह में था, वह लगभग डेढ़ बजे घर आया था. गांव वालों का कहना है कि जिसे पुलिस मासूम बच्चे की हत्या का मुख्य आरोपी बता रही, उसका इस हत्या में कोई हाथ नहीं है, वहीं, दूसरे आरोपी पारसनाथ की पत्नी ने कहा कि  पुलिस ढाई लाख रुपये कर्ज की बात कह रही है, लेकिन उसके पति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं नहीं है और वह घटना वाले दिन घर में था. इसके अलावा शोभिन उर्फ पेट्रोल और विपिन को दोषी बनाया गया है, जबकि विपिन के परिजनों का कहना है कि उस दिन इसकी बहन की चौथी गई थी और वह घर पर ही था. 


पुलिस ने निर्दोष होने के मांगे सबूत


इस संबंध में पुलिस ने कहा कि उनके पास हत्या के समय पूर्व प्रधान और उसके साथियों की घटना स्थल में मौजूदगी और हत्या किए जाने के पर्याप्त साक्ष्य है. अगर परिजनों को लगता है की वह निर्दोष हैं, तो सबूत दे दें, उन्हें छोड़ दिया जायेगा. वहीं, इस पूरे मामले पर डीएसपी संजय सिंह ने कहा कि हत्या का खुलासा बुल्कुल सही किया गया है, जो लोग प्रदर्शन कर आरोप लगा रहे हैं, वह सबूत लाकर दें कि घटना उन्होंने नहीं की है, तो उन्हें छोड़ दिया जायेगा. वहीं शिवम की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पहले उसे नशीला पदार्थ खिलाकर उसकी निर्ममता से हत्या की बात सामने आई है. 


आरोपी प्रधान की पत्नी सुनीता ने कहा कि उसके पति को चुनावी रंजिश के चलते फंसाया जा रहा है, जबकि उसके पति गांव के ही रहने वाले ओम प्रकाश गुप्ता के बेटे की शादी में शहर के बिसौली में बारात में गए हुए थे. जहां प्रधान बारात की अगवानी से लेकर जयमाला तक वहां मौजूद थे. इसकी रिकॉर्डिंग सहित सैकड़ों गवाह हैं. वह लगभग डेढ़ बजे रात में गांव वालो के साथ आए थे. उन्होंने कहा कि सामने CCTV कैमरा लगा है, उसमें भी फुटेज देख लिया जाए. इसके साथ उन्होंने आरोप लगया कि पुलिस ने जो खुलासा किया है वह गलत है. इसीलिए हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. 


लोगों ने पुलिस पर उठाए सवाल


वहीं, ओम प्रकाश गुप्ता ने भी बताया की उसके बेटे की शादी में विक्रम मौजूद था और वह लगभग एक बजे बिसौली गांव से अपने गांव वालों के साथ घर गए थे. उन्होंने भी आरोप लगाया कि पूर्व प्रधान सहित सभी को फर्जी फंसाया जा रहा है. वहीं, इस मामले में दूसरे आरोपी के पारसनाथ की पत्नी ने बताया की उसके पति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है, उसकी जांच कराई जाए, उसके पति पूरी तरह बेगुनाह हैं. उन्होंने भी आरोप लगाया कि अभी तक पुलिस ने जो खुलासा किया है, वह सही नहीं किया है. इसके सात ही उन्होंने असली हत्यारों को पकड़ कर फांसी की सजा देने की मांग की. 


ये भी पढ़ेंः UP Politics: सपा नेताओं के विरोध का असर! बेलगाम बयानबाजी पर भड़के शिवपाल यादव, इन्हें दी चेतावनी