Fatehpur News: ज्ञानवापी मामले में ओवैसी पर भड़के स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती, कहा- संसद की सदस्यता समाप्त की जाए
UP Latest News: काशीपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती ने ज्ञानवापी मामले में असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा है. ओवैसी की संसद की सदस्यता समाप्त करने की मांग की है.
Fatehpur Latest News: यूपी के फतेहपुर जिले में आये काशीपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती ने ज्ञानवापी मामले में असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार किया है. शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती ने कहा कि ज्ञानवापी में आज मंदिर का प्रतीक चिन्ह मिला है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा ''ओवैसी जैसे व्यक्ति की संसद की सदस्यता को समाप्त किया जाना चाहिए.''
शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती ने कहा कि देश कानून से चलेगा, संविधान से चलेगा, ओवैसी जैसे लोगों से देश चलने वाला नहीं है. ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान मिले शिवलिंग पर शंकराचार्य ने कहा कि ईश्वर के मामले में प्रत्यक्ष नंदी प्रमाण था. इसमें 12 फुट आठ इंच का शिवलिंग मिला है.
न्यायालय ने भी उस स्थल को सीज किया है. सीआरपीएफ,डीएम और प्रमुख साक्ष्यों को यह आदेश दिया है कि उसे सीज कर अपने अंदर में ले लें. लोगों का प्रवेश रोका जाए. इस शिवलिंग का भगवान् राम ने भी पूजन किया था. अहिल्याबाई होलकर, देवदास ने पूजा की थी. भगवान शिव का कोई आदि अंत नहीं है. कई वर्षों पुराना यह शिवस्थल था.
ताजमहल और कुतुबमीनार के मामले में शंकराचार्य ने कहा कि वन्दे मातरम नाम की पत्रिका बनारस से छपती थी, इसमें 28 हजार 972 मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाये जाने का जिक्र किया गया है. दिल्ली के पुरातत्व विभाग में एक स्थल है जिसको क़ुतुब मीनार कहते हैं उसमे पुरातत्व के बोर्ड में स्पष्ट लिखा हुआ है कि यहां 27 हिन्दुओं और जैनियों के मंदिर को तोड़कर यह क़ुतुब मीनार बनाई गई है.
शंकराचार्य स्वामी नरेंद्र नन्द सरस्वती ने कहा कि भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी देश में अगर मस्जिदों में मूर्तियां न मिल जाए तो जो मुस्लिम समाज कहेगा हम स्वीकार कर लेंगे लेकिन विश्व में भारत को छोड़ दें. ईरान, ईराक, अफगानिस्तान में भी नहीं जो मुस्लिम देश हैं और जहां जहां मस्जिद खोदी जायेगी वहां सनातन धर्म की ही प्रतिक चिन्ह मिले हैं और भविष्य में मिलते रहेंगे.
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