फतेहपुर: यूपी के फतेहपुर जिले में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी रामनरेश अग्निहोत्री ने झारखंड के सीएम की तरफ से कफन के लिए पैसे दिए जाने के बयान पर कहा कि झारखंड सरकार को इस प्रकार का काम नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कफन सम्मान से जुड़ा हुआ विषय है. आदमी अपना जेवर बेचता है, कर्ज लेकर आता है और कफन का इंतजाम करता है. ये बुजुर्गियत आस्था है कि लोग अपने पैसों से कफन का इंतजाम कर मृत प्रियजन की अंतिम विदाई करते हैं.


ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होगी
रामनरेश अग्निहोत्री ने बृहस्पतिवार को फतेहपुर में जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा कि जिले में 6 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिससे जिले में ऑक्सीजन की किल्लत नहीं होने पाएगी. केंद्र और प्रदेश सरकार ऑक्सीजन प्लांट प्रत्येक जिले में लगवा रही है और कोरोना की तीसरी लहार आने से पहले तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं. 


सरकार ने इंतजाम किए हैं 
मीडिया से वार्ता के दौरान ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों पर मंत्री ने कहा की ब्लैक फंगस कोई नई बीमारी नहीं है. बहुत पहले से है, जो लोग कोरोना के कारण इन्फेक्टेड हुए हैं और उनकी इम्यूनिटी वीक हो जाती है तो इसका साइड इफेक्ट भी हो सकता है. ब्लैक फंगस की स्थिति से निपटने के लिए सरकार की तरफ से व्यवस्था की जा रही है. 


तेजी से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है
वैक्सीनेशन की कमी को विपक्ष लगातार मुद्दा बना रहा है इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने बताया की विश्व के अंदर दूसरा बड़ा देश भारत है जहां इतनी बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हुआ है. इतने बड़े देश में पूरी तरह से वैक्सीनेशन होने में समय लगेगा, एक साथ सबको वैक्सीन नहीं लग सकती है. लेकिन, काफी तेजी से वैक्सीनेशन का काम चल रहा है. कोशिश हो रही है कि पूरे देश में दिसंबर तक सभी लोगों को वैक्सीन लग जाए. 


विपक्ष उठा रहा है गलत मुद्दा
नदी किनारे दफन किए गए शवों को लेकर मंत्री ने कहा की आज ये नई चीज नहीं है. बहुत लोग ऐसे हैं जो जाति, धर्म, संप्रदाय मानते हैं. वो पहले से ही दफनाते रहे हैं. सारी डेड बॉडी कोरोना की नहीं हैं. लेकिन, कुछ कोरोना की भी हो सकती हैं. विपक्ष इस मामले पर गलत मुद्दा बना रहा है. 


ये भी पढ़ें: 


अखिलेश यादव का आरोप- कोरोना काल में राहत पहुंचाते नजर नहीं आ रहे बीजेपी और संघ के कार्यकर्ता