UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में लगातार जलस्तर बढ़ने से यमुना नदी (Yamuna River) उफान पर पहुंच गई है और कटरी क्षेत्र के गांवों में बाढ़ का पानी भरने से तबाही मची हुई है. कई परिवारों को गांव खाली कराकर जिला प्रशासन ने बाढ़ राहत शिविर में रुकने की व्यवस्था की है. बाढ़ का पानी सड़क पर भरने से कानपुर-बांदा मार्ग तीन दिन पहले से जिला प्रशासन ने बंद करा दिया है.
पिछले साल आई बाढ़ का टूट सकता है रिकॉर्ड
जिला प्रशासन की माने तो पिछले साल आई बाढ़ का रिकॉर्ड इस बार टूट रहा है. जब एबीपी की टीम ने बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा किया तो सदर तहसील के ललौली,पल्टू का पुरवा,दसौली,कोर्रा कनक,अड़ावल,कोर्रा कनक ललौली मार्ग पर पानी भरा हुआ था. साथ ही ललौली कस्बे में पानी भरने से हर तरफ पानी ही पानी दिख रहा है. ग्रामीण गांव छोड़कर ऊंचाई वाले स्थान में जरूरत का सामान और अपने जानवर के साथ पन्नी के सहारे मैदान पर टेंट बनाकर रह रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि हर साल बाढ़ के कारण गांव में पानी भर जाता है.जिला प्रशासन खाने रहने की व्यवस्था कर रहा है. ललौली कस्बे के बाहर इंटर कालेज में बने बाढ़ राहत शिविर में अधिकारी राजस्व टीम के साथ मौजूद मिले. इस मामले में नायाब तहसीलदार विकास पांडेय ने बताया कि जलस्तर लगातार बढ़ते रहने से पिछले साल का रिकॉर्ड टूट सकता है. उन्होंने बताया कि बाढ़ग्रस्त इलाके में दो नाव लगाई गई है.
हजारों बीघा खेतों में लगा फसल पानी में डूबा
पल्टू का पुरवा गांव में पानी भरने से 55 परिवार को सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया गया है. ललौली इंटर कॉलेज में 200 लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है. दसौली गांव में जाने वाले चार रास्ते में तीन रास्ते पानी भरने से बंद हैं. स्थानीय लोगो ने बताया कि गांव में पानी घुस गया और काफी तेजी के साथ के यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि ढाई से तीन हजार बीघा फसल है जो पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है. जानवरों के लिए हरा चारा बोया गया था वो भी पूरी तरह से नष्ट हो गया है.
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