इटावा, एजेंसी। भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के सख्त रवैये के बाद उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में रैगिंग मामले में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कराई गयी है और जो सात छात्र रैंगिंग में शामिल थे उनके उनपर जुर्माना भी लगाया गया है ।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में रैगिंग के मामले में चिकित्सा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. डॉक्टर पी.के.जैन ने आज रैगिंग मामले में कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि सैफई मेडिकल प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति एवं थाना पुलिस द्वारा प्राथमिक जांच में मेडिकल के प्रथम वर्ष के 105 छात्रों और 55 छात्राओं ने लिखित रूप से कहा है कि रैगिंग नहीं हुई है इस के सापेक्ष एन्टी रैगिंग समिति द्वारा 22 अगस्त को आख्या कुलपति महोदय को प्रेषित की।
उन्होंने बताया कि रैगिंग का मामला मीडिया के माध्यम से प्रकाश में आने पर स्वत: संज्ञान में लेकर कुलपति एवं संकायाध्यक्ष द्वारा छात्रों के साथ अलग-अलग बात करने पर कुछ छात्र-छात्राओं ने बताया कि कुछ छात्रों ने रैगिंग की है उनके नाम भी बताए गए। इस बाबत तत्काल प्रभाव से विशेष रूप से शामिल सात छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गयी है तथा उनके ऊपर 25 हजार रुपये जुर्माना और तीन माह के लिए छात्रावास और कक्षा से निष्काषित कर दिया गया है।
जैन ने बताया कि चूंकि मामला सामूहिक होने से 2018 के पूरे बैच पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा रैगिंग की जानकारी कुलपति/कालेज प्रशासन को न देने अंधेरे मे रखने तथा लापरवाही बरतने पर छात्रावास के दो वार्डन को निलम्बित किया गया, छात्रावास में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए दो गार्ड को बर्खास्त कर दिया गया।