लखनऊ: फ्रांस की घटना पर विवादित बयान देने पर शायर मुनव्वर राणा के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया है. मुनव्वर राणा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में सामाजिक वैमनस्य फैलाने, शांति भंग करने के साथ आईटी एक्ट के उल्लंघन जैसे आरोप लगाए गए हैं. राणा पर यह एफआईआर हजरतगंज के सब इंस्पेक्टर दीपक पांडे ने दर्ज करवाई है. एफआईआर दर्ज होने के बाद अब मुनव्वर राणा पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है.


किन किन धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर?
राणा के खिलाफ धारा 153A (धार्मिक वैमनस्य फैलाना), 295 (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करना), 298 (धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली भाषा या भाषण देना), 505 (1-b) समाज में उन्माद फैलाना और आईटी एक्ट की धारा 67, 68 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है.


फ्रांस की घटना पर क्या बोले थे राणा?
फ्रांस में हुए आतंकी हमले को लेकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि जुनून की कोई इंतेहा नहीं होती, हज़ारों बरस से इज्जत के लिए ऑनर किलिंग हो रही है. किसी मजहब के साथ खेलना दूसरे मजहब के लोगों को इस बात के लिए मजबूर करता है कि वो कुछ भी करे. हालांकि मुनव्वर राणा ने ये भी कहा कि फ्रांस में जो हुआ जुर्म हुआ, किसी पागल ने कार्टून बनाने वाले को मार दिया. किसी ने कार्टून बनाया तो बुरा किया, किसी ने मारा बहुत बुरा किया.


मुनव्वर राणा ने कहा कि इस घटना पर पीएम मोदी ने अफसोस किया ठीक है लेकिन सिर्फ एक पक्ष को दोषी मान लेना गलत है. जो हुआ गलत हुआ, लेकिन उसके लिए हिंदुस्तान में अगर मुसलमान आवाज उठा रहे तो बुरी बात नहीं है. तोड़फोड़ करना गलत है. मुनव्वर राणा ने कहा कि आज पूरी दुनिया चीख रही है. उसे याद नहीं आ रहा कि जब अफ़ग़ानिस्तान, इराक पर अमेरिका, फ्रांस, इटली ने बमबारी कि तो बच्चे, मरीज और नमाजी मारे गए, तो वो क्या मुजरिम थे?