Kumar Vishwas News: मशहूर कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) के काफिले पर हुए हमले मामले में पुलिस ने कवि के सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ ही एफआईआर (FIR) दर्ज की है. पुलिस की जांच में उनके काफिले पर हमले की बात झूठी पाई गई है. पुलिस के मुताबिक जांच में ये बात साबित नहीं हो पाई है कि कुमार विश्वास के काफिले पर किसी अज्ञात शख्स ने हमला किया था. पुलिस आगे की जांच कर रही है. 


कुमार विश्वास ने ट्वीट कर अपने काफिले पर हमले की जानकारी दी थी, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. हालांकि थोड़ी देर बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गई जब एक डॉक्टर ने खुद को पीड़ित बताते हुए कहा कि साइड नहीं देने पर उन्हें पीटा गया, उनके चेहरे और आंख में चोट के भी निशान थे.  


डॉक्टर की शिकायत पर केस दर्ज
पीड़ित शख्स की पहचान 35 वर्षीय डॉ. पल्लब बाजपेयी के रूप में हुई है. डॉक्टर ने अपनी शिकायत में कहा है कि बुधवार की शाम को वो अपनी कार से जा रहे थे तभी एक पुलिस कार ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक करने का अनुरोध किया. इस बीच एक कार उनके पास से होकर गुजरी और उसमें सवार लोगों ने उनसे बहस करनी शुरू कर दी. इसके बाद उनकी कार को जबरदस्ती रोका गया और मारपीट की गई. यही नहीं उनके हाथ की स्मार्ट वॉच भी छीन ली. 


डॉ बाजपेयी गाजियाबाद के प्रताप विहार में रहते हैं और बतौर  एनेस्थेटिस्ट बतौर फ्रीलांसर दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में काम करते हैं. घटना के समय भी वो वैशाली के आरोग्य अस्पताल जा रहे थे. इस मामले में इंदिरापुरम पुलिस थाने में कुमार विश्वास के सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. 


पुलिस ने झुठलाया कुमार विश्वास का दावा
गाजियाबाद पुलिस ने इस बारे सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि कुमार विश्वास के काफिले पर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा हमले के संबंध में प्रारंभिक जांच के क्रम में आरोप सिद्ध नहीं हुए है. थाना इंदिरापुरम पुलिस द्वारा अग्रिम जांच के क्रम में वैधानिक कार्रवाई प्रचलित है.