मेरठ में पटाखे बेचने के लिए मुनाफाखोरों ने बना रखा था WhatsApp ग्रुप, एक शख्स गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस ने छापेमारी के दौरान लाखों रुपए के पटाखे बरामद किए हैं. इनको बेचने के लिए मुनाफाखोरों ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे.
मेरठ: दिल्ली-एनसीआर में पटाखे बेचने पर रोक लगा दी गई है. जिसके बाद अब पटाखे व्हाट्सएप पर बिक रहे हैं. पुलिस ने छापा मारकर पटाखों की एक बड़ी खेप बरामद की है. जिसके बाद पटाखों के अवैध भंडारण के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
बना रखे थे व्हाट्सएप ग्रुप सीईओ अरविंद चौरसिया ने थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में पटाखों के गोदाम पर छापा मारा. छापेमारी की कार्रवाई के दौरान लाखों रुपए के पटाखे पुलिस ने बरामद किए. ये पटाखे दीपावली पर भारी मुनाफे के साथ लोगों को बेचे जाने थे और इनको बेचने के लिए मुनाफाखोरों ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे.
भेज देते हैं लिस्ट दीपावली पर जिन लोगों को पटाखे लेने हैं वो ऐसे लोगों के संपर्क में आते हैं और व्हाट्सएप पर अपनी डिमांड की लिस्ट भेज देते हैं. जिसके बाद पैकेट बनाकर उन लोगों का कंसाइनमेंट भिजवा दिया जाता है और पैसे ट्रांसफर करा लिए जाते हैं. ये गोरखधंधा मेरठ में चल रहा था. हाल ही में मेरठ में पटाखा बेचने और जलाने पर बैन लगा दिया गया है.
अन्य लोगों की तलाश जारी बैन के बावजूद भी लोग कानून का पालन करने को तैयार नहीं है. मेरठ की थाना लिसाड़ी गेट पुलिस ने छापा मारकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. यहां पांच लाख के पटाखे बरामद किए गए हैं, साथ ही एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. छानबीन के दौरान जब व्हाट्सएप के ग्रुप का खुलासा हुआ तो पुलिस भी हैरान रह गई. फिलहाल पुलिस ग्रुप के अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुट गई है.
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