फिरोजाबाद में गौशालाओं में भ्रष्टाचार का भंडाफोड़, गायों की संख्या में हेराफेरी कर सरकारी पैसे का हुआ गबन
Gau Seva Aayog UP Raid in Firozabad: यूपी गौ सेवा आयोग प्रदेश के कई जिलों के गौशालाओं में व्यवस्थाओं की लगातार निरीक्षण कर रहा है. इसी क्रम में बुधवार को आयोग फिरोजाबाद में निरीक्षण करने पहुंचा.
Firozabad News Today: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में कथित गौ संरक्षण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. गौ सेवा आयोग के सदस्य ने जांच के बाद गौशाला में पल रहीं रही गायों की संख्या और रजिस्टर में दर्ज गायों की संख्या में हेराफेरी को उजागर किया है.
दरअसल, यहां एक गौशाला में रजिस्टर में 72 गायों के लिए चारे का पैसा सरकार से लिया जा रहा है, इसके उलट गौशाला में सिर्फ 52 गायों को ही पाला जा रहा है. गौ सेवा आयोग आयोग के जरिये की गई जांच इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है.
गौ सेवा आयोग की निरीक्षण में खुलासा
उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने बीते बुधवार को फिरोजाबाद जनपद के अलग-अलग ब्लॉकों में बनी गौशालाओं का निरीक्षण किया था. इसी क्रम में गौ सेवा आयोग के सदस्य बुधवार को फिरोजाबाद के हाथवंत ब्लॉक की गढ़ौरा ग्राम पंचायत गौशाला में भी पहुंचे थे. उन्होंने जब यहां रखे रजिस्टर को चेक किया तो उन्हें गायों की संख्या में ही घोटाला मिला.
इस घोटाले को लेकर गौ सेवा आयोगा के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि गढ़ौरा गौशाला में 52 गायों को मौके पर पाला जा रहा हैं, जबकि 72 गायों के नाम पर प्रधान और सचिव पैसा निकाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से 50 रुपये प्रति गाय का पैसा ग्राम पंचायत को दिया जा रहा है, लेकिन यहां पर गायों के नाम पर भी हेराफेरी पर अवैध तरीके सरकारी पैसे को खाया जा रहा है.
मानक पर खरे नहीं उतरे गौशाला
गौ सेवा आयोग के सदस्य रमाकांत उपाध्याय ने बताया कि यहां पर अन्य गौशालाओं में भी गायों को चारा और दाना समय से नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि गौशालाओं में से सिर्फ शांती महादेव गौशाला ही मानक पर खरा उतरते हुए संचालित किया जा रहा है.
गौ सेवा आयोग के सदस्य ने बताया कि प्रत्येक गौशाला रजिस्टर रखना अनिवार्य है, लेकिन यहां निरीक्षण के दौरान कई गौशालाओं में रजिस्टर भी नहीं मिला है. पशु चिकित्सा अधिकारी के यहां से पशु चिकित्सक द्वारा निरीक्षण के दौरान प्रत्येक गौशाला में उपस्थित गायों की टैगिंग और उनकी संख्या को दर्ज करने का दायित्व है, लेकिन विभाग इस कार्य को गंभीरता से नहीं कर रहा है.
बीडीओ करेंगे घोटाले की जांच
गौ सेवा आयोग ने गौशालाओं में घोटाले का पर्दाफाश करते हुए कई अहम खुलासे किए हैं. गौ सेवा आयोग ने अधिकारियों की लापरवाही बरतने के साथ प्रधान और सचिव की कार गुजारी को लेकर जिला अधिकारी रमेश रंजन और मुख्य विकास अधिकारी सत्रोहन वैश्य से इसकी जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
गौ सेवा आयोग रमाकांत उपाध्याय की शिकायत को लेकर जब फिरोजाबाद के मुख्य विकास अधिकारी सत्रोहन वैश्य से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गौ सेवा आयोग के सदस्य की शिकायत के संदर्भ में खण्ड विकास अधिकारी (BDO) हाथवंत को मामले की जांच सौंप दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.
(फिरोजाबाद से रंजीत गुप्ता की रिपोर्ट)
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