UP Assembly Election 2022: सड़क नहीं तो वोट नहीं ऐसा ही कहना है नगर निगम के वार्ड नंबर 35 के आनंदीपुरम में रहने वाले लोगों का,जो कि 6 साल से सड़क ना बनने की वजह से काफी परेशान हैं. आज स्थिति यह है कि 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय लोगों ने वोट का बहिष्कार कर दिया है क्योंकि मेयर और विधायक दोनो ही भारतीय जनता पार्टी के हैं तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई.


आजतक नहीं हुई सुनवाई
फिरोजाबाद में 20 फरवरी को विधानसभा चुनाव की वोटिंग होगी. फिरोजाबाद विधानसभा की बात करें तो इस विधानसभा और नगर निगम क्षेत्र में आने वाला आनंदीपुरम रहना रोड में लोग 6 वर्षों से परेशान है कि वहां गलियां नहीं बनी है, काफी गहरे गहरे गड्ढे हैं. इससे लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस क्षेत्र में करीब 60 मकान बने हुए है. क्षेत्र के लोग कई बार नगर निगम के चक्कर काट चुके हैं और कई बार एप्लीकेशन दे चुके हैं लेकिन आज तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई.


लोगों ने कहा वोट नहीं देंगे
आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर लोगों ने चुनावी बहिष्कार कर दिया है. लोगों ने अपने क्षेत्र में बड़े-बड़े बैनर लगा दिए हैं कि हम लोग चुनाव का बहिष्कार करते हैं क्योंकि हमारे क्षेत्र में बिल्कुल भी विकास नहीं हुआ है. लोगों का कहना है कि अगर हमें अपने ही रुपयों से यहां मिट्टी डलवानी पड़े तो क्या फायदा हमें वोट देने से और सरकार बनाने से जो हमारी सुनती नहीं है. लोगों ने कहा कि, ना ही भारतीय जनता पार्टी की नगर निगम की मेयर नूतन राठौर सुनती हैं और ना ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक मनीष असीजा. अब हम लोग कहां जायें और क्यों वोट दें.


मेयर और विधायक नहीं सुनते
फिरोजाबाद नगर पालिका को नगर निगम बने 4 साल से अधिक हो गए लेकिन वार्ड नंबर 35 के आनंदीपुरम में रहने वाले लोग इस बात से परेशान हैं कि ना तो नगर निगम की मेयर नूतन राठौर उनकी बात सुनती हैं और ना ही फिरोजाबाद विधानसभा के विधायक मनीष असीजा. वहीं क्षेत्रीय महिला दीप्ति की माने तो काफी समय से सड़क खराब है. कई बार अधिकारियों के  और नगर निगम के चक्कर काटे मगर कोई सुनने तैयार नहीं है. वहीं एक महिला राधा देवी का  कहना है कि गंदे पानी से होकर निकलना पड़ता है. बहुत बुरी स्थिति है. काफी परेशानी होती है. मंदिर जाने तक के लिए परेशान हो जाते हैं.


सिर्फ आश्वासन मिला
वार्ड नंबर 35 आनंदीपुरम में रहने वाले लोग इतने परेशान हैं कि वे कई एप्लीकेशन दे चुके हैं. एक व्यक्ति कैलाश चन्द्र का कहना है कि हम वोट बिल्कुल नहीं देंगे जब तक हमारी यह सड़क नहीं बनेगी. हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है. वहीं मनोज रावत भी यही बात कह रहे हैं कि इस क्षेत्र में काफी मकान हैं लेकिन सड़क बनवाने के लिए कोई भी अधिकारी नहीं आया. हम लोगों को निकलने में काफी परेशानी होती है. मेयर एक बार आई थीं उसके बाद भी सड़क नहीं बनी सिर्फ आश्वासन मिला. इसलिए आज हम दुखी होकर विधानसभा वोट का बहिष्कार कर रहे हैं.


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